ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Farmers: बिहार के इस जिले में कद्दू बेचकर मालामाल हो रहे किसान, यह तरीका अपनाकर दुगनी कर रहे कमाई नवादा में बस और बाइक की टक्कर में युवक की मौत, फुफेरा भाई घायल, नानी के घर जा रहे थे दोनों Caste Census: देश भर होगी जातीय जनगणना, सुपर कैबिनेट की बैठक में मोदी सरकार ने लिया बड़ा फैसला Pahalgam Terror Attack: “सरकार हमें विश्वास में लेकर आगे की योजना बताए”, कांग्रेस के जयराम रमेश के बयान पर लोगों ने दी मजेदार प्रतिक्रियाएं IPS Deven Bharti: कौन हैं देवेन भारती? फडणवीस ने बनाया मुंबई का नया पुलिस कमिश्नर, बिहार के इस जिले से रखते हैं ताल्लुक Bihar News: बिहार के इस जिले में जमीन के नीचे से प्रकट हुए भगवान विष्णु और बुद्ध, दर्शन के लिए जमा हुई भारी भीड़ Purvanchal Expressway: पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लिंक हाईवे का निर्माण तेज, इस महीने तक NH-922 से जुड़ जाएगा बक्सर; जाम से मिलेगी रहत पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह को मिली पैरोल, पोती की शादी में होंगे शामिल Bihar News: सुबह-सुबह शराब पीकर स्कूल पहुंच गए हेडमास्टर साहब, घंटों चला ड्रामा, फिर हुई पुलिस की एंट्री BIHAR POLICE : पटना जिले में इस जगह STF और अपराधियों के बीच मुठभेड़, जमकर चली गोलियां;इलाके में हडकंप

Lockdown ने मछली पालकों को कहीं का नहीं छोड़ा, सबकुछ चौपट हो गया

1st Bihar Published by: RAVI SHANKAR SHARMA Updated Sat, 11 Apr 2020 02:56:53 PM IST

Lockdown ने मछली पालकों को कहीं का नहीं छोड़ा, सबकुछ चौपट हो गया

- फ़ोटो

PATNA : कोरोना वायरस जैसी महामारी के चलते मछली व्यापारियों को भी भारी नुकसान झेलना पर रहा है. मछली अपने समय से बड़ी हो गई है, पर उसका कोई खरीदार नहीं मिल रहा है.  

आपको बता दें कि सूबे में मत्स्य पालन को सरकार बढ़ावा दे रही थी, जिस कारण बड़े पैमाने पर मछली उत्पादन शुरू हुआ है. बाढ़ के बूढनपुरा गांव में भी मछली पालन किया जाता है.  हर बार मछली का उत्पादन काफी अच्छी तरह से होता था, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के कारण मछली तालाब में ही बड़ी हो रही हैं, पर खरीदने वाला कोई नहीं मिल रहा है.

 

इस कारण मछली पालन करने वाले व्यापारियों में असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है. मछली पालक बताते हैं कि इस समय तक मछली तालाब से निकलकर मंडी में चली जाती थी, और तालाब को फिर से सुखा कर इसमें दोबारा मछली पालन का कार्य शुरू हो जाता था. लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते पुराने मछली ही अभी तक तालाब में पड़ी है. 

मछली पालक बताते हैं कि ट्रांसपोर्टिंग और खरीदारी नहीं होने के कारण मछली तालाब में ही हैं, जिससे उन्हें भारी नुकसान हो रहा रहा है.  जितनी लागत उन्हें मछली पालने में लगी इतनी भी लागत उन्हें नहीं मिल पा रही है. जिस वजह से मछली तालाब में ही बड़े हो रहे है. कारोबार में हो रहे घाटे को देखते हुए मछली पालकों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.