PATNA : बिहार में रहने वालों के लिए एक अच्छी खबर है. बिहारवासियों को लॉक डाउन में आटे की कमी नहीं होगी. केंद्र सरकार से मदद की अपील के बाद एफसीआई ने बिहार में 22800 टन गेहूं भेजा है. उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बताया कि सूबे में लॉक डाउन की स्थित में भी आटे की कमी नहीं होगी. क्योंकि एफसीआई से उचित मूल्य पर 22800 मीट्रिक टन गेहूं आया है.
भारतीय खाद्य निगम यानी कि एफसीआई ने केन्द्र सरकार के निर्देश के बाद बिहार के फ्लावर मिल्स और खाद्यान्न के थोक व्यापारियों को एक महीने में 55 हजार मीट्रिक टन गेहूं निर्घारित दर देने का फैसला किया है. लाॅक डाउन के दौरान आटे की किल्लत नहीं हो इसलिए बिहार सरकार ने केन्द्र सरकार से एफसीआई के जरिए गेहूं दिलाने का आग्रह किया था. जिसमें 22800 मीट्रिक टन गेहूं आया है.
डिप्टी सीएम ने बताया कि पहली खेप के तौर पर एक सप्ताह के लिए पटना के 13 और अन्य जिलों के 80 फ्लावर मिल्स और थोक व्यापरियों को एफसीआई की ओर से 22800 मीट्रिक टन गेहूं भेजा गया है. एफसीआई के जरिए बिहार के पटना, नालंदा, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास, गया, भागलपुर, जमुई, हाजीपुर, वैशाली, सीतामढ़ी, दरभंगा, सहरसा आदि जिलों के फ्लावर मिल्स और थोक व्यापारियों को गेहूं उपलब्ध कराया जायेगा.
इसके साथ ही आशीर्वाद ब्रांड आटा तैयार करने वाली कंपनी आईटीसी के अधिकारियों ने भी आश्वस्त किया गया है. पश्चिम बंगाल के आसनसोल और बनारस की फैक्ट्री से माल मंगाने की बधाएं दूर कर ली गयी हैं. फिलहाल बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित फैक्ट्री में दोनों शिफ्ट में उत्पादन शुरू कर दिया गया है. इसलिए अब बिहार में आटे की किल्लत नहीं होगी.