PATNA : कोरोना संकट के संक्रमण को तोड़ने के लिए देश में लॉकडाउन 2 लगाया गया है. जिसका असर अब पशुपालन उद्योग पर भी पड़ने लगा है. बिहार में दूध की बिक्री में प्रतिदिन 5 लाख लीटर की गिरावट आई है, जिसके कारण पशुपालकों को पैसे भुगतान करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बुधवार को बिहार के कॉम्फेड के सभी आठ दुग्ध संग इकाइयों के प्रमुखों के साथ पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग के सचिव एन सरवण कुमार ने समीक्षा बैठक की, जिस दौरान यह बात सामने आई है. लॉकडाउन के पहले बिहार में प्रतिदिन 19.16 लाख लीटर दूध की बिक्री होती थी लेकिन मार्च के अंतिम दिनों में यह 5 लाख लीटर घट गई है. जिसके कारण किसानों को भुगतान करने में काफी दिक्कतें आ रही है.
अप्रैल में भी दूध का संग्रहण 19 लाख लीटर चल रहा है लेकिन बिक्री 10 लाख लीटर की है. जिसका असर डेयरी की कार्यशील पूंजी पर पड़ रहा है और कम बिक्री होने के कारण किसानों को भुगतान करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.