ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR POLICE : एक्शन में पुलिस महकमा, काम में लापरवाह पुलिसकर्मियों के साथ हो रहा यह काम; इस थाने के इंस्पेक्टर को मिली सजा PATNA NEWS : नशेड़ी ड्राइवर का तांडव, डिवाइडर से टकराई तेज रफ्तार कार; बाल-बाल बचे तीन लोग Amul Milk Price Hike: आज से दूध हुआ महंगा, अमूल ने बढ़ाई कीमत,जानें..... Rules Change : आज से देश के अंदर हो रहे कई बड़े बदलाव, आपके जेब पर भारी पड़ेंगे ये बदलाव; पढ़िए यह खबर Caste census: तो क्या डिजिटल जनगणना करवाएगी मोदी सरकार, डेडलाइन फाइनल BIHAR TEACHER NEWS: सरकारी स्कूलों के हेडमास्टर और प्रिंसिपल साहब को लगा झटका,अब नहीं कर सकेंगे यह काम ; ACS ने जारी किया आदेश Bihar weather: बिहार में 2 मई तक भीषण आंधी-पानी का दिखेगा प्रकोप, IMD ने जारी किया अलर्ट 'कल्याण ज्वेलर्स' के नाम पर फर्जी सोने-चांदी की दुकान चलाने वाले पर चला प्रशासन का डंडा, बांड भरवाकर दुकानदार से बैनर हटवाया Bihar News: अवैध मेडिकल दुकानों और क्लिनिक संचालकों के खिलाफ प्रशासन का बड़ा अभियान, कई लोग हिरासत में बिहार का 'पुष्पा' निकला संजीव मुखिया, पत्नी को MP और MLA बनाने के लिए किया पेपर लीक

लालू यादव ने फ्री में चलायी थी ट्रेन नीतीश वसूल रहे पैसा, नैतिकता की सारी मर्यादा भूले : तेजस्वी

1st Bihar Published by: Updated Sun, 03 May 2020 12:06:33 PM IST

लालू यादव ने फ्री में चलायी थी ट्रेन नीतीश वसूल रहे पैसा, नैतिकता की सारी मर्यादा भूले : तेजस्वी

- फ़ोटो

PATNA : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के बाहर से लाए जा रहे मजदूरों से ट्रेन का किराया वसूले जाने पर नीतीश सरकार की जमकर क्लास ली है। तेजस्वी .यादव ने कहा कि बिहार सरकार नैतिकता और कर्तव्यपरायणता की सारी मर्यादा भूल चुकी है। नीतीश कुमार केवल एक हजार रुपया देने का ढिंढोरा पीट रहे हैं।


तेजस्वी यादव ने कहा कि 2008 में जब कोसी नदी ने अपनी सीमाएं लांघ भयंकर तबाही मचा लाखों लोगों का जीवन प्रभावित किया था। तब तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद जी ने फ़्री में ट्रेन चलाई थी। बिहार के मात्र 4-5 ज़िलों के लिए ही  1000 करोड़ का पैकेज़ दिलाया। रेलवे से बिहार के मुख्यमंत्री राहत कोष में 90 करोड़ दिलाया। स्वयं 1 करोड़ रू दिया। मुख्यमंत्री तब भी नीतीश कुमार जी थे और अब भी।


तेजस्वी ने कहा कि लेकिन अब केंद्र और बेशर्म राज्य सरकार का ग़रीब विरोधी चेहरा देखिए। दोनों जगह डबल इंजन सरकार है लेकिन कोई भी ग़रीब मज़दूरों का किराया वहन करने के लिए तैयार नहीं है। ग़रीब बिहारियों को वापस लाने में शुरू से संसाधनों की कमी का रोना रो रही सरकार अब एक और बहाना खोज रही है। श्रमिकों की दयनीय स्थिति है लोग भुखमरी के शिकार हो रहे है।उन्होनें कहा कि सरकार एक तरफ़ 1000 रुपया देने का ढिंढोरा पीट रही है और दूसरी तरफ़ राज्य सरकार के पास ग़रीबों का किराया देने का पैसा नहीं है। बिहार सरकार नैतिकता और कर्तव्यपरायणता की सारी मर्यादा भूल चुकी है।


बता दें कि पूरे देश में एक साथ कई राज्यों के लिए श्रमिक विशेष ट्रेनें चलीं लेकिन एक विषय पर बहस शुरू हो गई कि टिकट का पैसा कौन देगा? जहां कोटा से चलने वाली ट्रेनों में किसी भी छात्र को पैसा देने की ज़रूरत नहीं पड़ी वहीं दक्षिण के राज्यों ख़ासकर त्रिवेंद्रम में यात्रियों ने शिकायत की कि उनसे पैसा लेकर ही ट्रेन में चढ़ने की अनुमति दी गई है। इस बीच बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने इस संबंध में साफ़ किया कि ऐसा केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों में है कि यात्रियों को अपने किराये का पैसा देना होगा।