ARRAH : बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल को लालू का हनुमान बताया। कहा कि पहले रामकृपाल लालू यादव का जूता चप्पल उठाते थे। जब लालू ने बेटी का चप्पल उठाने को कहा तो वह रोते हुए आरजेडी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गये।
विजय कुमार सिन्हा ने आगे कहा कि एक स्वाभिमानी व्यक्ति कभी अपना स्वाभिमान नहीं बेच सकता। आज रामकृपाल बीजेपी में आकर तीन बार सांसद और मंत्री बने और सम्मान के साथ जी रहे हैं। भाजपा हर समाज का सम्मान करता है। इसलिए तो हमारे प्रधानमंत्री जी सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं।
आरा में बीजेपी प्रत्याशी आरके सिन्ह के नॉमिनेशन में शामिल होने के बाद विजय कुमार सिन्हा ने लालू और रामकृपाल यादव की कहानी सुनाई। उन्होंने खुले मंच से कह दिया कि लालू बिहार के मुख्यमंत्री थे। उनके बाद उनकी पत्नी राबड़ी देवी सीएम बनी। वहीं बेटा दो-दो बार डिप्टी सीएम रहा और उसके पास पांच-पांच विभाग थे। लेकिन उसने अपने पांचों विभाग में से एक भी विभाग में कोई नियुक्ति नहीं की।
उधर, लालू के हनुमान कहे जाने वाले रामकृपाल यादव लालू के दाहिना हाथ कहे जाते थे। जब रामकृपाल यादव राजद में थे तब वह लालू यादव का जूता-चप्पल उठाते थे। जब लालू यादव ने उनसे कहा कि अब मेरी बेटी का भी जूता-चप्पल उठाना होगा तो वह राजद छोड़कर भाजपा में रोते-रोते आ गये। भाजपा में उनकों वो सम्मान मिला जो लालू की पार्टी में कभी नहीं मिला था।