PATNA : मुंगेर लोकसभा सीट की लड़ाई काफी रोचक होती नजर आ रही है। इस सीट पर महागठबंधन के तरफ से राजद के प्रत्याशी अशोक महतो की पत्नी को चुनाव मैदान में उतर गया है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि अशोक महतो की पत्नी को चुनाव मैदान में उतार कर ललन सिंह को क्लीन चिट दिया गया है।
दरअसल, मुंगेर लोकसभा सीट पर मुख्य रूप से भूमिहार समाज के नेताओं का कब्जा रहा है ऐसे में इस सीट पर रजत के तरफ से अशोक महतो के पत्नी को इस बार मैदान में उतर गया है। इसको लेकर पहले अशोक महतो की खरमास के मौसम में शादी करवाई गई और फिर उनकी पत्नी को लोकसभा चुनाव का सिंबल लालू यादव की तरफ से दिया गया।
वहीं, अशोक महतो के पत्नी के चुनाव मैदान में उतरने के बाद अब इलाके चर्चा यह है कि लालू यादव ने ललन सिंह को क्लीन चिट दे दिया है। मतलब अब मुंगेर लोकसभा सीट का चुनाव काफी आसान हो गया है। इसको लेकर जब फर्स्ट बिहार टीम ने मुंगेर लोकसभा सीट के कुछ वोटरों से बातचीत की उन्होंने बताया कि अशोक महतो को चुनाव मैदान में उतर कर राजद को कोई फायदा नहीं होने वाला है क्योंकि यह इलाका भूमिहार बहुल इलाका है। ऐसे में अशोक महतो पर जो भूमिहार समाज के नेता की हत्या करने का आरोप लगता है उसको लेकर यहां काफी नाराजगी है ऐसे में सिर्फ एक समाज के वोटरों के जरिए चुनाव मैदान में जीत हासिल कर लेना लगभग नामुमकिन सा है। मतलब साफ है कि लालू परिवार की तरफ से ललन सिंह को क्लीन चिट दे दिया गया है।
मालुम हो कि, बिहार में 90 के दशक में चर्चित गैंगस्टर रहे अशोक महतो की पत्नी आरजेडी के टिकट पर मुंगेर से लोकसभा चुनाव मैदान में उतर गई है। इसी को लेकर महतो और उसकी पत्नी ने लालू यादव के आवास पर उनसे मुलाकात भी की जिसके बाद राजद सुप्रीमों के तरफ से उन्हें पार्टी का सिम्बल देने वाली तस्वीरें भी निकल कर सामने आई है। इसका साफ़ मतलब है कि वो एनडीए के उम्मीदवार के तौर पर ललन सिंह के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरेंगी।
जानकारी हो कि, 90 के दशक में बिहार के अंदर सुर्खियां बटोरने वाले गैंगस्टर अशोक महतो पिछले दिनों तब चर्चा में आए जब उन्होंने 55 साल की उम्र में अचानक से शादी की। खरमास के महीने में जब शादी के लिए शुभ मुहूर्त नहीं होता है तब अशोक महतो ने 46 साल की अनीता से शादी रचाई। अशोक महतो की शादी बिहार के सियासी गलियारे में भी चर्चा का कारण बनी हुई थी तभी वे अगले दिन लालू यादव से मुलाकात करने पहुंच गए और अब इस पुरे कहानी से पर्दा उठ गया है और यह साफ़ हो चूका है कि अशोक महतो की शादी चुनाव मैदान में आने के लिए करवाया गया है।
आपको बताते चलें कि, अशोक महतो के ऊपर कई नरसंहार में शामिल होने के आरोप रहे हैं।अशोक महतो 17 साल तक जेल में रहकर बाहर आए हैं।बीते 10 दिसंबर 2023 को अशोक महतो जेल से बाहर निकले थे जिसके बाद वो चुनावी तैयारी में जुट गए थे। अशोक महतो के गिरोह के ऊपर 2005 में सांसद राजो सिंह की हत्या का आरोप भी लगा था जो भूमिहार सामाज से आते थे ऐसे में इनकी हत्या करवाए जाने के पीछे अशोक महतो का नाम होना उन्हें मुंगेर में मुश्किलों में डाल सकती है ।