क्या बिहार का मखाना भी होगा जीएसटी फ्री? डॉ. राम प्रकाश ने उठाया सवाल MUNGER: अपने पैतृक गांव तारापुर पहुंचे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, 17620.90 लाख की योजनाओं का किया शिलान्यास Bihar Crime News: हत्या या आत्महत्या? बिहार में ससुराल आए युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने जताई यह आशंका Bihar Crime News: हत्या या आत्महत्या? बिहार में ससुराल आए युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने जताई यह आशंका Bihar News: बिहार के विकास दर में ऐतिहासिक छलांग, सम्राट चौधरी बोले- 10 लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने जा रही GDP Bihar News: बिहार के विकास दर में ऐतिहासिक छलांग, सम्राट चौधरी बोले- 10 लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने जा रही GDP Nepal Protest: बिहार बॉर्डर तक पहुंची नेपाल हिंसा की आग, चेकपोस्ट पर आगजनी; अलर्ट पर पुलिस और SSB Nepal Protest: बिहार बॉर्डर तक पहुंची नेपाल हिंसा की आग, चेकपोस्ट पर आगजनी; अलर्ट पर पुलिस और SSB Bihar Politics: गयाजी में NDA का कार्यकर्ता सम्मेलन, हजारों महिला और पुरुष हुए शामिल Bihar Politics: गयाजी में NDA का कार्यकर्ता सम्मेलन, हजारों महिला और पुरुष हुए शामिल
1st Bihar Published by: Ranjan Kumar Updated Tue, 14 Apr 2020 03:27:12 PM IST
- फ़ोटो
SASARAM : रोहतास में गेहूं की कटनी के लिए बाहर से बुलाए गए हार्वेस्टर के चालकों को क्वॉरेंटाइन पर भेज दिया गया। जिससे किसानों के सामने गेहूं की कटनी को लेकर समस्या उत्पन्न हो गई है। वहीं डीएम ने कहा कि जिले में जितने हार्वेस्टर है उतनी संख्या में चालक मौजूद हैं। जिससे फिलहाल कोई परेशानी नहीं है।
पहले जिला प्रशासन ने रोहतास जिला में 306 किसानों को प्रदेश के बाहर से हार्वेस्टर के प्रशिक्षित चालकों को बुलाने की अनुमति पत्र जारी किया था। बताया जाता है कि जब उत्तर प्रदेश, हरियाणा तथा पंजाब से हार्वेस्टर चालक रोहतास पहुंच गए और गेहूं की कटनी शुरू हो गई। उसके बाद जिला प्रशासन ने बिहार के बाहर से आए सभी हार्वेस्टर के प्रशिक्षित चालकों को स्वास्थ्य जांच करने के लिए बुलाया और सभी को 14 दिनों के क्वारंटाइन पर भेज दिया गया।प्रशिक्षित हार्वेस्टर चालकों को क्वॉरेंटाइन कर दिए जाने के बाद बहुत से हार्वेस्टर खेतों में खड़े हैं। उसको चलाने वाला कोई प्रशिक्षित चालक नहीं है। जिससे समस्या बढ़ गई।
हालांकि इस संबंध में रोहतास के डीएम पंकज दीक्षित ने बताया कि जिले के में फिलहाल 367 हार्वेस्टर मशीन है। इसके अलावे भूसा की कटाई के लिए 319 रीपर मशीन भी उपलब्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल उतने हार्वेस्टर चालक हैं कि सभी हार्वेस्टर को संचालित किया जा सके।वहीं उन्होनें कहा कि जिन क्षेत्रों में हार्वेस्टर की सुविधा उपलब्ध नहीं है। उन क्षेत्रों के खेत में भी हार्वेस्टर से गेहूं की कटनी कराने का प्रयास किया जा रहा है। प्रशासन की तरह से हर संभव प्रयास किए जा रहे है कि कि गेहूं की कटनी पर कोई असर न पड़े।