पारस के हटते ही उनके मंत्रालय में भारी छंटनी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा : मास्टर रौल पर थे, अब उनकी सेवा की जरूरत नहीं होगी

पारस के हटते ही उनके मंत्रालय में भारी छंटनी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा : मास्टर रौल पर थे, अब उनकी सेवा की जरूरत नहीं होगी

PATNA : राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी (पारस गुट) ने शनिवार को अपनी पार्टी और पार्टी से जुड़े संगठनो के नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में रालोजपा के प्रदेश अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष के साथ दलित सेना के प्रदेश पदाधिकारी एवं जिला अध्यक्ष शामिल हुए। यह बैठक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केन्द्रीय मंत्री  पशुपति कुमार पारस की अध्यक्षता में हुई। बैठक में रालोजपा के निवर्तमान सांसद प्रिंस राज, पूर्व सांसद सूरजभान सिंह सहित राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के तमाम नेता मौजूद रहे। पूरे बिहार से आए पार्टी पदाधिकरियों ने बैठक में अपनी-अपनी बातें रखी। 

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस ने भी अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की बातों को गंभीरता से सुना। बैठक के बाद पशुपति पारस ने मीडिया से बातचीत की और कहा कि पूरे देश में एनडीए गठबंधन की हवा चलरही है। उन्होंने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि इस लोकसभा चुनाव में एनडीए 400 से ज्यादा सीट जीतकर नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। जब मीडिया कर्मियों ने यह पूछा कि आप जिस मंत्रालय  (खाद्य और प्रसंस्करण) में थे, उस मंत्रालय में आपके इस्तीफे के बाद लगातार छंटनी हो रही है। आपके मंत्रीपद से इस्तीफे के बाद ही यह सब हो रहा है। इसपर पारस ने कहा कि जिनकी छंटनी हो रही है, उनको मास्टर रौल पर रखा गया था। जरूरत होगी तो रखेंगे नहीं तो हटाएंगे।


मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे पशुपति पारस खाद्य और प्रसंस्करण मंत्री थे। एनडीए की सीट शेयरिंग में उन्हें एक भी सीट नहीं दी गयी। जिसके बाद पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। उस वक्त कहा था कि मेरे और मेरी पार्टी के साथ नाइंसाफी हुई है। हमें एक भी सीट नहीं दी गयी। मैंने बहुत ईमानदारी से NDA की सेवा की। पीएम नरेंद्र मोदी देश के बड़े नेता हैं, लेकिन हमारी पार्टी और व्यक्तिगत रूप से हमारे साथ नाइंसाफी हुई। इसलिए मैं केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं। 


जब इस्तीफे की बात मीडिया कर्मियों ने उन्हें याद दिलायी तब उन्होंने कहा कि जो बीत गयी वह बात गयी। शिकवा-शिकायत खत्म हो गई। हम एनडीए के साथ थे, हैं और आगे भी रहेंगे। जिस दिन इस्तीफा दिया था, उस दिन भी नरेंद्र मोदी को ही हमने नेता माना था। 


जब पत्रकारों उनसे  पूछा कि आपके इस्तीफे के बाद से लोगों को हटाया जा रहा है तो इस सवाल से कन्नी काटते हुए पारस बोले कि सभी चालीस की चालीस सीटों पर एनडीए का समर्थन करूंगा। भारी से भारी मतों से एनडीए बिहार की सभी सीटों पर जीत रही है और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। हम लोग मिलकर देश में एनडीए की सरकार बनाएंगे।