श्रेयसी सिंह के लिए जमुई में 10 किमी लंबा रोड शो, स्मृति ईरानी और अश्विनी चौबे रहे मौजूद बेतिया में विनय बिहारी को लड्डू से तौला गया, आम्रपाली दुबे-आनंद मोहन ने रोड शो कर मांगा वोट अपनी पत्नी से ज्यादा फाइलों से प्यार करते हैं अधिकारी, नितिन गडकरी ने कसा तंज, कहा..फाइलों को दबाकर ना रखें सुखदेव दास जी महाराज से मिलने पहुंचे नित्यानंद राय, 60 साल से चल रहे सीताराम नाम धुन के अखंड कीर्तन में हुए शामिल विपक्ष को करारा जवाब: 'बीमार' कहने वालों की नीतीश ने कर दी बोलती बंद, 84 चुनावी रैलियों को किया संबोधित Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा बगहा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विद्यालय का छज्जा गिरा, तीन किशोर घायल Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत
1st Bihar Published by: Updated Sun, 07 Nov 2021 08:21:35 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत नहाय-खाय के साथ कल यानि सोमवार को हो जाएगी। 9 नवंबर को खरना पूजा होगी, 10 नवंबर को पहला अर्घ्य और 11 नवंबर को दूसरे अर्घ्य के साथ छठ पर्व का महानुष्ठान खत्म हो जाएगा। 36 घंटे तक व्रती निर्जला उपवास करेंगे। छठ महापर्व को लेकर आज निरामिष दिवस है।
सोमवार को कार्तिक शुक्ल चतुर्थी को मूल नक्षत्र और सुकर्मा योग में नहाय-खाय होगा। छठ व्रती नहाय-खाय के दिन गंगा नदी या स्नान जल में गंगाजल मिलाकर स्नान करके भगवान भास्कर को जलार्घ्य देंगे। चार दिवसीय अनुष्ठान की सफलता हेतु प्रार्थना करेंगे। फिर पूरी पवित्रता से तैयार अरवा चावल की भात, चना दाल, कद्दू की सब्जी, आंवले की चटनी, पकौड़ी आदि ग्रहण कर अनुष्ठान आरंभ करेंगे। साथ ही प्रसाद के लिए मंगवाए गए गेहूं को गंगाजल में धोकर सुखाया जाएगा।
कार्तिक शुक्ल पंचमी यानी मंगलवार 9 नवंबर को खरना पूजा होगी। उसके बाद 10 नवंबर को पहला अर्घ्य और 11 नवंबर की सुबह प्रातःकालीन अर्घ्य के बाद व्रती पारण करेंगे। खरना के दिन व्रती पूरे दिन उपवास कर शाम में भगवान भास्कर की पूजा कर खीर-रोटी का प्रसाद ग्रहण करेंगे। 10 नवंबर दिन बुधवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। जबकि गुरुवार 11 नवंबर को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देकर आशीर्वाद लिया जाएगा। माना जाता है कि छठ पर्व में सूर्योपासना करने से छठी मइया प्रसन्न होती हैं और परिवार को सुख, शांति, धन-धान्य से परिपूर्ण करती हैं। साथ ही असाध्य रोग, कष्ट, शत्रु का नाश, सौभाग्य तथा संतान की प्राप्ति होती है।