PATNA : बाहुबली नेता पूर्व विधायक अनंत सिंह को पटना हाईकोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए 2 मामलों में बरी कर दिया। वह AK-47 मामले में कई वर्षों से जेल में बंद थे। उन्हें इंसास राइफल मामले में भी राहत मिली है। न्यायाधीश चंद्र शेखर झा की एकलपीठ ने बाहुबलि पूर्व विधायक अनंत सिंह को दो मामलों में बरी कर दिया। इसके बाद अब इस मामले में जदयू और राजद के नेताओं के तरफ से बयान आने भी शुरू हो गए हैं। जहां नीतीश कैबिनेट के मंत्री इसे कोर्ट का निर्णय बता रहे हैं तो वहीं अब इस मामले में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने जोरदार हमला बोला है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब अनंत सिंह जी नीतीश कुमार जी के साथ नहीं थे तो वहअपराधी थे। आज उनके साथ हैं तो रिहा हो गए। इसमें कौन ही बड़ी बात है। तेजस्वी ने तंग कसते हुए कहा कि नीतीश जी कहां किसी को बचाते हैं और फंसाते हैं। यह तो साफ़ दिख रहा है लोगों। आप लोग खुद समझ लें कि वह कितना को बचाते हैं और कितना को फंसाते हैं। यही तो काम है उनका। इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि मुझे तो बस यही कहना है की लॉ एंड ऑडर की हालत बिहार में खत्म हो गया। मुख्यमंत्री का इकबाल खत्म हो गया। मुख्यमंत्री थक गए हैं। इसने गृह विभाग चल नहीं रहा और बिहार यह चला नहीं पा रहे हैं। यह थका हुआ मुख्यमंत्री के रूप में यह काम कर रहे हैं। इनको बिहार के लोग वापस लाने वाले नहीं हैं।
उधर, राजद के सांसद संजय यादव ने कहा कि अनंत सिंह के जो चर्चे थे जो लोकसभा चुनाव में आपलोगों ने देखा होगा। उनको एनडीए के नेता ललन सिंह और भी कुछ लोगों की मदद करने के लिए परौल पर छोड़ा गया। तो अनंत सिंह के जो कर्जे थे उसको सत्तारूढ़ दल और नीतीश कुमार के तरफ से चूका दिया गया। उनकी यदि रिहाई हुई है तो सरकार की भूमिका होगा जो सरकारी वकील होगा वह मिल गया होगा।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि फंसाने वाले और बचाने वाले के खेल में इस बिहार में कौन लोग शामिल है सबको मालूम है। जो लोग सरकार में बैठे हुए लोग हैं पिछले 19 साल से वही लोग बचानें और फंसाने का खेल खलेते हैं। इसका सही जवाब तो अनंत सिंह ही देंगे की उनको फंसाया गया था या कुछ और बात हुई थी। इस बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है।