DESK : कहते हैं जिन्दगी का कोई भरोसा नहीं होता। शरीर कब साथ छोड़ दे, पता नहीं। हम बात कर रहे हैं 80 साल के बुजुर्ग नारायण सिंह रघुवंशी की। जिन्होंने पहली बार अपना जन्मदिन सेलिब्रेट किया, लेकिन उनका 80वां जन्मदिन उनके लिए आखिरी जन्मदिन साबित हुआ। अपने परिवार के सदस्यों और संगी-साथियों के साथ मिलकर उन्होंने केक काटा और सभी को केक और मिठाईयां भी खिलाई। रातभर लोगों ने खूब मस्ती की। बर्थडे पर लोगों ने डांस भी किया।
इस दौरान बुजुर्ग भी जमकर झूमे। बर्थडे पार्टी में आए मेहमान जब अपने-अपने घर चले गये तब नारायण सिंह सोने चले गये जो फिर कभी उठ नहीं पाए। अगली सुबह वह नहीं देख पाये। बर्थडे मनाने के कुछ ही घंटों बाद उनकी मौत हो गयी। उन्होंने दुनियां को अलविदा कह दिया।
मामला मध्य प्रदेश के खरगोन इलाके की है। जहां पहाड़सिंहपुरा निवासी नारायण सिंह ने पहली बार अपना जन्मदिन मनाया था। 80 साल की उम्र होने के बाद पहली बार मनाया गया बर्थडे यादगार बन गया। लेकिन अगली सुबह ही उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके लिए यह बर्थडे पहला और अंतिम साबित हुआ। उनके इस तरह छोड़कर जाने से बर्थडे में शामिल उनके सभी साथी और परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं। पूरा परिवार गम के माहौल में हैं।
दरअसल, बर्थ-डे पार्टी के बाद जब वह सोने चले गये तब रात के 3 बजे अचानक उन्हें हर्ट अटैक का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गयी। बुजुर्ग की मौत की खबर मिलने के बाद लोगों को इस बात का विश्वास नहीं हो रहा था। जो कल रात में उनके साथ बर्थडे पार्टी सेलिब्रेट कर रहे थे, उन्हें भी इस बात पर यकीन नहीं हुआ। फिर उनके घर पहुंचे तब पता चला कि उनका साथ छोड़कर वह बुजुर्ग चले गये हैं।
जिसके बाद परिवार के सभी सदस्य और नारायण सिंह के साथी कुंदा स्थित मुक्तिधाम में उनके अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया और नम आंखों से उन्हें विदाई दी। अंतिम यात्रा में भारी संख्या में लोग मुक्ति धाम पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके साथियों का कहना था कि उन्होंने कभी यह सोचा नहीं था कि नारायण सिंह के 80वां जन्मदिन पर उन्हें बधाई देने जाएंगे और उसी दिन वह दुनिया को छोड़कर चले जाएंगे।