झाड़फूंक से कोरोना का इलाज कराता रहा वैशाली का युवक, अब जिंदगी और मौत से जूझ रहा

झाड़फूंक से कोरोना का इलाज कराता रहा वैशाली का युवक, अब जिंदगी और मौत से जूझ रहा

VAISHALI : वैशाली वाले कोरोना संक्रमित युवक की चेन बढ़ती ही जा रहा है. युवक कोरोना से संक्रमित था और झाड़-फूंक से इसका इलाज करा रहा था.  वैशाली के राघोपुर प्रखंड के रहने वाले कोरोना संक्रमित युवक के बारे में जैसे-जैसे प्रशासन को जानकारी मिल रही है वैसे-वैसे प्रखंड के लोगों और ग्रामीणों में चिंता बढ़ती जा रही है.

अभी उसका इलाज पटना एम्स में चला रहा है, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई है. वहीं संक्रमित युवक के तीन परिजनों की हालत भी गंभीर है. संक्रमित युवक के परिजनों ने बताया कि उसने अपना सिर दर्द ठीक करवाने के लिए 3 दिन तक झाड़-फूंक करवाई थी और  इस दौरान 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ इकट्ठा होती थी. प्रशासन के नाक के नीचे लॉकडाउन के दौरान भीड़ जमा होती रही और इसका पता भी न चला.


कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद जब उसके परिजनों से बात की गई तो परिजनों ने बताया कि युवक को सिर दर्द की शिकायत थी. 23 मार्च को वह अपने परिजनों के साथ खुशरुपुर के सेंट्रल अस्पताल में इलाज कराने के लिए भर्ती हुआ. चार-पांच दिन में जब वहां से हालत ठीक नहीं हुई तो गांव के ही एक भगत से झाड़-फूंक करवाना शुरू कर दिया. इसके बाद 3 अप्रैल को पटना के पॉपुलर हॉस्पिटल में इलाज कराने पहुंचा , यहां से कुछ दिन बाद उसे पटना एम्स रेफर कर दिया गया.  गांव के ही दो भगत झाड़-फूंक करने आते थे.  पुलिस की अपील के बाद भगत खुद सामने आकर झाड़-फूंक की बात को कबूल किया है. जिसके बाद से उसे क्वारेंटाइन कर दिया गया है.