जेल में पति के साथ घंटों समय बिताती थी MLA अब्बास अंसारी की पत्नी, छापेमारी में हुई अरेस्ट, कई अधिकारियों पर गिरी गाज

जेल में पति के साथ घंटों समय बिताती थी MLA अब्बास अंसारी की पत्नी, छापेमारी में हुई अरेस्ट, कई अधिकारियों पर गिरी गाज

DESK: उत्तर प्रदेश के मऊ विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक रहे बाहुबली मुख्तार अंसारी भले ही पिछले कई सालों से जेल में बंद हैं लेकिन यूपी पुलिस में उनकी धमक अब भी बरकरार है। मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी भी विधायक हैं, जो अभी चित्रकूट जेल में बंद हैं। जेल में बंद रहते हुए बाहुबली के बेटे और विधायक होने का लाभ वे बखूबी उठा रहे थे। जेल अधीक्षक के कमरे में उन्हें वीआईपी ट्रिटमेंट मिलती थी। विधायक अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत अंसारी हर दिन अपने विधायक पति से जेल अधीक्षक के कमरे में मिलती थी और तीन से चार घंटे वही बिताती थी। इसका खुलासा तब हो गया जब निकहत अंसारी अपने विधायक पति अब्बास अंसारी से मिलने के लिए जेल में पहुंची थीं। 


जेल में बंद विधायक अब्बास अंसारी से मुलाकात करने पहुंची उनकी पत्नी निकहत अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। जेलर के रूम के पास वाले कमरे में निकहत अंसारी की मुलाकात उनके विधायक पति अब्बास अंसारी से कराई जा रही थी, इसी दौरान पुलिस ने छापेमारी कर उन्हें धर दबोचा। छापेमारी के दौरान पुलिस ने कमरे से कैश समेत कई अन्य आपत्तिजनक चीजों को बरामद किया है। इस मामले में अब्बास अंसारी, निकहत और जेलर समेत 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।


जानकारी के मुताबिक, बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी मऊ विधानसबा सीट से विधायक है और चित्रकूट जेल में बंद है। अब्बास की पत्नी निकहत बानो अपने ड्राइवर नियाज के साथ पिछले कई दिनों से हर रोज लगभग जेल आती थी और जेल में पति के साथ 3-4 घंटे बिताती थी। दोनों की मुलाकात कराने में जेलकर्मियों की अहम भूमिका होती थी। अब्बास जेल में रहकर पत्नी के फोन से मुकदमे के गवाहों और अभियोजन से जुड़े अधिकारियों को डराता धमकाता था।


जब इस बात की भनक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को लगी तो उनके होश उड़ गए। डीएम और एसपी अचानक जेल पहुंच गए और पूरे मामले की छानबीन की। इस दौरान विधायक अपनी पत्नी के साथ जेलर ऑफिस के पास वाले कमरे में मिला। इस मामले में अब्बास अंसारी, निकहत बानो अंसारी, उसका ड्राइवर नियाज, जेलर, डिप्टी जेलर और ड्यूटी पर तैनात दूसरे जेलकर्मियों को आरोपी बनाया गया। इस मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। जेल अधीक्षक अशोक सागर और जेलर संतोष कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही डिप्टी जेलर पीयूष पांडे और 5 बंदी रक्षकों सस्पेंड कर दिया गया है। इस खुलासे के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत एक बार फिर से गरमा गई है।