जानिए बिहार में पहली बार बने खेल विभाग का कितना रहा बजट, इन चीजों पर रहेगा विशेष फोकस

जानिए बिहार में पहली बार बने खेल विभाग का कितना रहा बजट, इन चीजों पर रहेगा विशेष फोकस

PATNA : नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार की एनडीए सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 2.78 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। डिप्टी सीएम सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने मंगलवार को पहली बार सदन में बजट भाषण पढ़ा। करीब 35 मिनट तक चले बजट भाषण में राज्य सरकार ने औद्योगिक, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक वाहन नीति पर फोकस रखा। लेकिन, इस दौरान जो सबसे अहम बातें रही वो यह है कि सूबे में पहली बार बने खेल विभाग को इस बार अलग से बजट राशि प्रदान की गई है। 


दरअसल, सूबे में खेल एवं खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने खेल को स्वतंत्र विभाग बना दिया बजट में पहली बार बने खेल विभाग को 183.20 करोड रुपए की राशि आवंटित की गई है। बजट में नए स्टेडियम के निर्माण के अलावा खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण पर भी विशेष फोकस किया गया है। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के द्वारा खिलाडियों और खेल प्रशिक्षकों के साथ -साथ अधिकारियों को देश के अंदर और विदेश में भी प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्था में ट्रेनिंग दिलाई जाएगी।


इसके अलावा राजगीर के इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम सह राज्य खेल अकादमी के निर्माण में तेजी लाई जाएगी। करीब 90 एकड़ भूमि अधिग्रहित करें 740 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य किया जा रहा है। मोइनुकलहक स्टेडियम की सूरत भी बदलेगी। इसके साथ ही जिसमें 222 नर्माण स्टेडियमों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।  जिला मुख्यालयों में खेल भवन सह व्यायाशाला भवन के निर्माण का लक्ष्य है।


सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक, हाकी एस्ट्रोटर्फ, बहुउद्देश्यीय इनडोर ग हाल, स्वीमिंग पूल, फुटबाल मैदान आदि का निर्माण कराया जाएगा। दस संरचनाओं की स्वीकृति केंद्र से मिली है, जिसके लिए 20.50 करोड़ की राशि भी मिली है। इसके अलावा 35 खेल संरचनाओं के निर्माण की स्वीकृति का अनुरोध किया गया है। कंकड़बाग के पाटलिपुत्र खेल परिसर को एथलेटिक्स, कुश्ती एवं भारतोलन खेल विधा के लिए खेलो इंडिया स्टेट सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में चुना गया है। बिहार खेल सम्मान समारोह के तहत 4.25 करोड़ की स्वीकृति दी गई है।