DESK : बिहार में पिछले 2 दिनों में जिस तेज़ी से कोरोना के मामले बढ़े हैं, उसे देखते हुए प्रशासन देर से ही सही पर काफी सतर्क हो गई है. खबर है कि 25 स्वास्थय कर्मियों, जिनमे 3 डॉक्टर, 10 नर्से और 12 अन्य लोगो जो IGIMS पटना में काम करते थे, उन्हें हॉस्पिटल प्रबंधन ने शुक्रवार को 14 दिनों के लिए होम क्वारेंटाइन में भेज दिया है.
दरअसल 22 अप्रैल को सिवान से आए एक 30 वर्षीय युवक को यहां भर्ती कराया गया था. वो टीबी का मरीज था. इस मरीज में कोरोना के भी कुछ लक्षण थे, जिसे देखते हुए डॉक्टरों ने उसका कोरोना टेस्ट करवाया जो पॉजिटिव निकला. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे तुरंत नालंदा मेडिकल कॉलेज रेफेर कर दिया गया था, जो कोरोना के इलाज के लिए अधिकृत अस्पताल है.
IGIMS के मेडिकल सुप्रिटेन्डेट डॉ मनीष मंडल ने कहा कि ICMR के गाइडलाइन के अनुसार उस वार्ड को जिसमे मरीज भर्ती था सील कर के सैनिटाइज कर दिया गया है, साथ ही उसके संपर्क में आए सभी स्वास्थ्यकर्मियो को होम क्वारेंटाइन पर भेज दिया गया है. इन सबका टेस्ट कराया जाएगा. बता दें कि इससे पहले दुबई से लौटा शख्स जो बिहार शरीफ का रहने वाला है के संपर्क में आने से नालंदा के एक डॉक्टर संक्रमित हो गया था. इससे पहले भी मुंगेर के कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से 6 स्वस्थ्कर्मी कोरोना संक्रमित हो गए थे.