DESK: भ्रष्टाचार के खिलाफ पंजाब में सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री भागवत मान ने अपने ही सरकार के स्वास्थ्य मंत्री को रिश्वत मांगने के जुर्म में मंत्रिमंडल से बर्खास्त लार दिया. पंजाब के मुख्यमंत्री ने अपने स्वास्थ्य मंत्री को एक करोड़ रुपए रिश्वत मांगने के आरोप में बर्खास्त किया है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर मोहाली थाने में पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ विजय सिंगला के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
पंजाब के मुख्यमंत्री भागवत मानने एक वीडियो शेयर करते हुए मंत्री के खिलाफ केस दर्ज करने और मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की जानकारी दी. इसके बाद ही पंजाब पुलिस के भ्रष्टाचार विरोधी शाखा ने सिंगला और उनके ओवैसी को गिरफ्तार कर लिया. शाम को उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 27 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया. सिंगला ने 58 करोड रुपए के निर्माण कार्य के एवज में अपने ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी ओएसडी प्रदीप कुमार के माध्यम से चंडीगढ़ स्थित पंजाब भवन में पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन के एसई राजेंद्र सिंह से 1.16 करोड रुपए की रिश्वत की मांग की थी. इसकी शिकायत मुख्यमंत्री को कुछ दिन पहले ही मिली थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री भगवत मान ने एक स्टिंग ऑपरेशन चलाकर अपने ही स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ रिया कार्यवाही करवाई है.
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही सबसे बड़ा ऐलान या हुआ था कि भ्रष्टाचार के मामले पर आम आदमी पार्टी की सरकार कतई किसी को माफ नहीं करेगी. इस बीच उनके ही स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ जो आरोप लगे तो मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर इस मामले में अपनी छवि को एक एक एक्टिंग करवा कर पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया. हालांकि इस पूरे मामले पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर मैं चाहता तो इस पूरे मामले को दबा भी सकता था.
मुख्यमंत्री ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि मेरी सरकार घूसखोरी को कतई बर्दाश्त नहीं करने की राह पर चलती रहेगी. किसी को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि मंत्री खिलाफ मुझे शिकायत मिली थी वह हर काम के लिए 1% की कमीशन मांग रहे थे. डॉक्टर सिंगला ने भ्रष्टाचार की बात स्वीकार कर ली है. यह जानकारी केवल मेरे पास ही थी. मैं चाहता तो इसे दबा सकता था लेकिन ऐसा करना लोगों के साथ धोखा होता.