DESK : आज हनुमान जयंती है. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार हनुमान का जन्म चैत्र पूर्णिमा के दिन हुआ था और इसी तिथि को हम हर साल हनुमान जयंती के रूप में मनाते हैं. 430 वर्ष बाद व्यतिपात योग, आनंद योग, सिद्धयोग और सर्वार्थ सिद्धि योग में आज हनुमान जयंती मनाई जाएगी. लेकिन कोरोना संकट को देखते हुए आपको घर में ही पूजा करना होगा.
हनुमान को सबसे दयालु और प्रसन्न होने वाला भगवान समझा जाता है. और कहते हैं कि भगवान हनुमान जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं. लेकिन भगवान हनुमान की पूजा में सावधानी बरतने की बहुत जरूरत है क्योंकि कहा जाता है कि यदि इनकी पूजा-अर्चना में थोड़ी भी लापरवाही बरती जाए तो यह बहुत ही जल्दी क्रोधित हो जाते हैं.
हनुमान जयंती के दिन न करें ये काम-
1. भगवान हनुमान जी की पूजा में कभी भी चनामृत का प्रयोग नहीं किया जाता है. बहुत ही कम लोग यह जानते हैं. लेकिन हनुमान जी के पूजा में चनामृत का प्रयोग करने से बचना चाहिए.
2. सूतक के समय हनुमान जी की पूजा करना वर्जित माना गया है. सूतक काल तब माना जाता है जब परिवार में किसी की मृत्यु हो जाए. सूतक के 13 दिनों तक हनुमान जी की पूजा नहीं करनी चाहिए.
3. हनुमान जी की पूजा करने वाले भक्तों को मंगलवार या हनुमान जयंती के दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि दान में दी गई वस्तु का सेवन ना करें.
4. काले और सफेद रंग के कपड़े हनुमान जी की पूजा के समय नहीं पहनना चाहिए. हनुमान जी की पूजा के दौरान लाल और पीले रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है.
5. हनुमान जी की पूजा करते समय ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना आवश्यक होता है और हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी होने की वजह से स्त्रियों के स्पर्श से दूर रहते हैं. ऐसे में पूजा के दौरान स्त्रियों को हनुमान जी का स्पर्श नहीं करना चाहिए.
6. हनुमान जी की टूटी हुई मूर्ति या कोई फटी हुई तस्वीर हो इसे तुरंत हटा दें क्योंकि हनुमान जी की खंडित मूर्ति और फटी तस्वीर की बिल्कुल भी पूजा नहीं करनी चाहिए.
7. हनुमान जयंती के दिन मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.
8. दिन के वक्त हनुमान जयंती के दिन सोने से परहेज करना चाहिए यदि संभव हो तो हनुमान चालीसा का सुबह उठकर स्नान ध्यान के बाद पाठ करना चाहिए.
9. हनुमान जयंती के दिन घर में शांति का माहौल होना चाहिए. हनुमानजी शांतिप्रिय और आसानी से प्रसन्न होने वाले देव हैं. इसलिए घर में कलह बिल्कुल भी ना करें, इससे शनि का प्रकोप बढ़ जाता है.
10. हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी की सच्चे मन से उपासना करनी चाहिए.