PATNA: बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने आज दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने इंडो-नेपाल सीमा सड़क के निर्माण कार्य को लेकर गृहमंत्री से बातचीत की। नितिन नवीन ने गृहमंत्री से इंडो-नेपाल सीमा सड़क की चौड़ाई को बढ़ाने का अनुरोध किया। गृहमंत्री अमित शाह ने मंत्री नितिन नवीन के सुझाव पर विचार करने की बात कही है।
दरअसल, बिहार में इंडो-नेपाल सीमा पर एसएसबी को बोर्डर आउट पोस्ट तक पहुंचाने के लिए एक सुगम मार्ग उपलब्ध कराने एवं सीमा पर चौकसी बढ़ाने को लेकर भारत सरकार द्वारा इण्डो-नेपाल बोर्डर रोड का निर्माण कराया जा रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत 552 कि०मी० लम्बाई में 4-लेन सड़क का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी चौड़ाई 7 मीटर है। वर्तमान में 393 कि०मी० में मिट़टी कार्य तथा 184 कि०मी० में बिटुमिन्स कार्य पूर्ण किया जा चुका है।
बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने गृह मंत्री अमित शाह से परियोजना के प्रगति के को लेकर मुलाकात की। पथ निर्माण मंत्री ने अनुरोध किया कि वर्तमान ट्रैफिक को देखते हुए सड़क की चौड़ाई को 7 मी० से बढ़ाकर 4-लेन किया जाय। नवीन ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा औसतन 30 मी० चौड़ाई में भू-अर्जन किया गया है।
उन्होंने गृह मंत्री को अवगत कराया कि इस आंतरिक सुरक्षा हेतु महत्वपूर्ण परियोजना के लिए राज्य सरकार अपने संसाधन से लगभग 2278 करोड़ रुपए की लागत से भू-अर्जन का कार्य एवं 121 पुलों के निर्माण में लगभग 1000 करोड़ का व्यय करने के लिए प्रतिबद्ध है। ज्ञात हो कि इस परियोजना के लिए शुरू में भारत सरकार द्वारा 1656 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई थी, जो पुनरीक्षित कर 2428 करोड़ रूपये की हो गयी है।
नितिन नवीन ने बताया कि भारत सरकार द्वारा अब तक इस मद में 991 करोड़ रूपये की राशि प्राप्त हुई है तथा इस वर्ष भारत सरकार द्वारा 200 करोड़ रूपये और देने का प्रावधान किया गया है, जिसे नितिन नवीन ने गृह मंत्री अमित शाह से इस राशि को बढ़ाने का अनुरोध किया और 582 करोड़ की राशि का अनुरोध किया गया है। उन्होंने बताया कि गृहमंत्री ने इण्डो-नेपाल रोड के 4-लेन एवं इस वर्ष 582 करोड़ की राशि देने के अनुरोध पर साकारात्मक विचार करने का आश्वासन दिया है।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री ने इस संबंध में आश्वासन दिया है कि यह केन्द्र सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना है, जिसे ससमय पूर्ण किया जाना आवश्यक है। ऐसे में इस वर्ष में पर्याप्त आवंटन दिया जाएगा। साथ-साथ रोड की चौड़ाई बढ़ाने के सुझाव पर साकारात्मक विचार किया जाएगा।