गोविंद मोहन ने संभाला केंद्रीय गृह सचिव का कार्यभार, सामने होगी यह सबसे बड़ी चुनौती

गोविंद मोहन ने संभाला केंद्रीय गृह सचिव का कार्यभार, सामने होगी यह सबसे बड़ी चुनौती

DESK : 1989 बैच के सिक्किम कैडर के आईएएस अधिकारी गोविंद मोहन ने नए केंद्रीय गृह सचिव का पदभार ग्रहण कर लिया है। उन्होंने अजय कुमार भल्ला की जगह यह जिम्मेदारी संभाली है। भल्ला का पांच वर्ष का कार्यकाल बीते दिन ही समाप्त हुआ है। उसके बाद अब इन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले 14 अगस्त को केंद्र सरकार ने संस्कृति मंत्रालय के सचिव गोविंद मोहन को नया गृह सचिव नियुक्त किया था। पहले ऐसा माना जा रहा था कि अजय भल्ला को लगातार पांचवी सेवा विस्तार मिलेगा, लेकिन केंद्र सरकार ने गोविंद मोहन को नया गृह सचिव नियुक्त कर दिया।


गोविंद मोहन 1989 सिक्किम कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। मोहन अगले महीने 59 वर्ष के हो जाएंगे। वह मूलत: उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और 2017 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। बताया जाता है कि गोविंद मोहन मई से सितंबर 2018 तक गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव और सितंबर 2018 से सितंबर 2021 तक अतिरिक्त सचिव रहे हैं। 


मालूम हो कि, गोविंद मोहन की गिनती प्रतिभाशाली अधिकारियों के रूप में होती है। वह अपनी कर्मठता के लिए जाने जाते हैं। इसके साथ ही सीनियर अधिकारी कोरोना काल के दौरान के भी सरकार के प्रमुख अधिकारियों में शामिल थे। उन्हें विभिन्न प्रोटोकॉल के लिए लिए गए निर्णयों के कार्यान्वयन की निगरानी और राज्यों के साथ सुचारू समन्वय सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया था।


आपको बताते चलें कि,  गोविंद मोहन ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से बीटेक और आईआईएम, अहमदाबाद से पीजी डिप्लोमा किया है। इसके साथ ही उन्होंने सिक्किम सरकार में भी विभिन्न पदों पर काम किया है। यूपी के रहने वाले गोविंद मोहन ने अक्टूबर 2021 में संस्कृति मंत्रालय में सचिव नियुक्त होने से पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव के रूप में कार्य किया था। केंद्रीय गृह सचिव का पदभार संभालने के बाद आईएएस अधिकारी गोविंद मोहन के लिए सबसे बड़ी चुनौती केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण तरीके से विधानसभा चुनाव कराना होगा।