BETTIAH: सरकार ने बाहर से आए लोगों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया है. लोग इस सेंटर में रहे. लेकिन इस सेंटर में रहने वाले लोग इससे मजाक बना दे रहे हैं. खुद तो खतरों से खेल रहे हैं वह अपने परिवारों को भी संकट में डाल रहे हैं. सेंटर से ये लोग रात में घर चले जाते हैं. मेडिकल टीम के रहने के दौरान तक सभी सेंटर पर रहते हैं.
सुबह में आते है और शाम को चले जाते हैं
योगापट्टी के मध्य विद्यालय बालक में 27 प्रवासियों को रखा गया है. ग्रामीणों ने बताया कि सभी शाम ढ़लते ही प्रवासी अपने-अपने घरों को चले जा रहे है. फिर सुबह होते ही सब क्वॉरेंटाइन सेंटर चले आते है. अमैठिया के क्वॉरेंटाइन सेंटर के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि बताया कि 30 मार्च को यूपी से 10 लोग आए थे. 3 अप्रैल को दो लोग घर चले गए.
बता दें कि बिहार में इससे पहले भी कई सेंटरों ने से प्रवासी लोगों के भागने की खबर आई थी. ये लोग व्यवस्था की कमी बताकर हंगामा करते हुए फरार हो गए थे. लेकिन ये लोग अपने साथ-साथ परिवार औ समाज को भी संकट में डाल रहे हैं. लॉकडाइन के बाद कई राज्यों में काम करने वाले करीब 1.50 लोग मजदूर बिहार आए है. इनमें से हजारों लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है.