गया में जीतन राम मांझी का भारी विरोध: जमकर लगे मुर्दाबाद और चोर है के नारे, मोदी का वास्ता देते रहे लेकिन लोग नहीं हुए शांत

गया में जीतन राम मांझी का भारी विरोध: जमकर लगे मुर्दाबाद और चोर है के नारे, मोदी का वास्ता देते रहे लेकिन लोग नहीं हुए शांत

GAYA : गया (सु) लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे पूर्व सीएम जीतनराम मांझी को जनसंपर्क अभियान के दौरान गजब की बेइज्जती का सामना करना पड़ रहा है। मांझी के प्रचार अभियान का एक बार फिर वीडियो सामने आया है। इसमें जीतन राम मांझी के सामने आक्रोशित लोग चोर है-चोर है, का नारा लगा रहे हैं। बौखलाए मांझी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दुहाई दे रहे हैं। फिर भी लोग शांत नहीं हुए। आखिरकार उन्हें गांव से निकल जाना पड़ा।


समधन के क्षेत्र में भारी विरोध

पूर्व सीएम जीतनराम मांझी गया संसदीय क्षेत्र से एनडीए के उम्मीदवार हैं। मंगलवार को जीतनराम मांझी बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने के लिए निकले थे। इस विधानसभा क्षेत्र से जीतनराम मांझी की समधन ज्योति मांझी विधायक हैं। ज्योति मांझी हम पार्टी से ही विधायक हैं। क्षेत्र में ज्योति मांझी को लेकर लोगों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। 


वोट मांगने निकले जीतनराम मांझी मोहनपुर के डंगरा गांव पहुंचे थे। जैसे ही वे गांव में पहुंचे, लोगों ने जमकर उनका विरोध करना शुरू कर दिया। मांझी के वहां पहुंचते ही लोगों ने सबसे पहले पूछा कि यहां क्यों आये हैं। जैसे ही उन्होंने कहा कि वोट मांगने आये हैं, वैसे ही उनका विरोध शुरू हो गया। 


चोर है और मुर्दाबाद के नारे लगे

लोगों ने कहना शुरू कर दिया कि जीतनराम मांझी और उनका परिवार सिर्फ वोट मांगने के लिए यहां आता है। चुनाव जीतते ही वे गायब हो जाते हैं। आक्रोशित लोगों ने चोर है-चोर है, का नारा लगाना शुरू कर दिया। इसी दौरान मुर्दाबाद के नारे भी लगे। ग्रामीणों के विरोध को झेल रहे जीतनराम मांझी आपा खो बैठे। उनकी ग्रामीणों से तीखी बहस भी हुई। ग्रामीणों ने कहा कि आपकी हम पार्टी से बाराचट्टी की विधायक ज्योती मांझी है। चुनाव जीतने के बाद एक बार भी क्षेत्र में नहीं आई हैं। न क्षेत्र में उन्होंने कोई काम किया है। 


मोदी के नाम का हवाला देने लगे मांझी

ग्रामीणों के तीखे विरोध से नाराज जीतनराम मांझी ने पहले तो बहस की। फिर लोगों को समझाने में लग गये। वे बार बार कहते रहे कि यह चुनाव विधानसभा का नहीं है। इसमें नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट करना है। लेकिन ग्रामीणों ने उनकी कुछ नहीं सुनी। लोगों के गुस्से को देख कर जीतन राम मांझी वहां से निकल गये। ग्रामीणों ने उनकी गाड़ी का पीछा कर मुर्दाबाद के नारे भी लगाये।


लगातार बेईज्जती सह रहे मांझी

बता दें कि इससे पहले भी जीतनराम मांझी के चुनाव प्रचार का एक वीडियो सामने आया है। इसमें मांझी एक गांव में वोट मांगने पहुंचे तो वहां लोग ताश खेल रहे थे। मांझी उनके पास पहुंच कर खड़े हो गये लेकिन ताश खेलने वालों ने उनकी ओर देखा तक नहीं और अपने खेल में मगन रहे। बाद में जीतनराम मांझी को वहां से लौट जाना पड़ा। लोगों ने उनसे बात तक नहीं की।