First Bihar की खबर के बाद कुढ़नी में BJP का ऑपरेशन, भूमिहार–ब्राम्हण सामाजिक फ्रंट में टूट

First Bihar की खबर के बाद कुढ़नी में BJP का ऑपरेशन,  भूमिहार–ब्राम्हण सामाजिक फ्रंट में टूट

PATNA : कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में एक पर एक सियासी दांव देखने को मिल रहा है। कुढ़नी में बीजेपी के आधार वोट बैंक में सेंधमारी के लिए वीआईपी ने भूमिहार जाति से आने वाले नीलाभ कुमार को उम्मीदवार बनाया है। नीलाभ कुमार के समर्थन में बुधवार को भूमिहार–ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट के नेता कुढ़नी पहुंचे थे हालांकि इन नेताओं का नीलाभ कुमार ने बहुत ज्यादा नोटिस नहीं लिया, इसके बावजूद बीजेपी को डैमेज करने का मिशन लिए फ्रंट के नेताओं ने वीआईपी उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान कर दिया था। फर्स्ट बिहार ने इस बाबत आज पूरी खबर बताई थी। फर्स्ट बिहार की खबर के बाद बीजेपी नें कुढ़नी में ऑपरेशन भूमिहार शुरू कर दिया है। भूमिहार ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट से जुड़े नेताओं को अपने साथ खड़ा कर भारतीय जनता पार्टी ने फ्रंट में ही टूट करा दी है।


फ्रंट हुआ दो फाड़

फर्स्ट बिहार ने आपको बताया था कि कैसे कुढ़नी में भूमिहार ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट के नेता बीजेपी को डैमेज करने के खेल में लगे हुए हैं। फ्रंट के कुछ नेता सामने से आकर समर्थन का ऐलान कर रहे हैं तो वहीं कुछ पर्दे के पीछे से खेल खेल रहे हैं। बीजेपी के एक पूर्व मंत्री की चर्चा भी फर्स्ट बिहार ने अपनी रिपोर्ट में की थी और अब बीजेपी को यह समझते देर नहीं लगी है कि मुजफ्फरपुर से आने वाले पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा कुढ़नी में पार्टी को नुकसान पहुंचा सकते हैं, लिहाजा नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा आज सुरेश शर्मा के पास पहुंचे और उनसे बीजेपी को समर्थन दिलवा दिया। विजय कुमार सिन्हा ने सुरेश शर्मा के साथ बैठकर ऐलान किया कि भूमिहार ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट का समर्थन बीजेपी उम्मीदवार को साथ है। सुरेश शर्मा इस फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष हैं, इसका मतलब यह हुआ कि एक तरफ से जुड़े आधे नेता वीआईपी उम्मीदवार को समर्थन करेंगे तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश अध्यक्ष सुरेश शर्मा के नेतृत्व में फ्रंट के दूसरे नेता बीजेपी उम्मीदवार को। यानी कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में भूमिहार ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट दो फाड़ होता दिख रहा है।


बीजेपी का ऑपरेशन भूमिहार

कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी सबसे अधिक वीआईपी कैंडिडेट को लेकर परेशान रही है। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि कहीं बोचहां उपचुनाव की तरह यहां भी भूमिहार वोटर्स को उससे तोड़ लिया जाए। लिहाजा समय रहते अब पार्टी के भूमिहार नेताओं को आगे कर दिया गया। विवेक ठाकुर यहां जनसंपर्क कर चुके हैं लेकिन अब नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा को आगे किया गया। विजय कुमार सिन्हा ने सुरेश शर्मा को साथ जोड़कर डैमेज कंट्रोल करने का प्रयास किया है। इस दौरान यह भरोसा भी दिया है कि सुरेश शर्मा के लिए पार्टी आगे काम करती रहेगी, उनके हितों का ख्याल रखा जाएगा। चर्चा इस बात की है कि लोकसभा चुनाव में सुरेश शर्मा के लिए अंदर खाने में कोई कमिटमेंट भी किया गया है। जो भी हो भूमिहार वोटर्स को बीजेपी अगर मैनेज करने में सफल होती है तो कुढ़नी सीट पर उसकी स्थिति मजबूत हो जाएगी।