फरार विधायक अरुण यादव के खिलाफ इश्तेहार जारी, सरेंडर नहीं करने पर होगी कुर्की

ARA : पटना और भोजपुर के चर्चित सेक्स रैकेट कांड में फरार चल रहे आरजेडी विधायक अरुण यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं. कोर्ट से गैरजमानतीय वारंट जारी होने के बाद लगातार फरार चल रहे राजद विधायक के खिलाफ कोर्ट से इश्तेहार जारी किया गया है. अगर आरजेडी विधायक सरेंडर नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई होगी. भोजपुर पुलिस विधायक के खिलाफ कुर्की के लिए कोर्ट में आवेदन देगी. सेक्स रैकेट मामले में वारंट निकलने के बाद पुलिस विधायक के पीछे लगी हुई है. बताया जा रहा है कि एसटीएफ की टीम के साथ-साथ दूसरी एजेसियों की भी मदद ली जा रही है. लेकिन अब तक फरार विधायक के ठिकानों का कुछ पता नहीं चल पाया है. खुद लीड कर रहे हैं भोजपुर एसपी MLA की गिरफ्तारी भोजपुर एसपी के लिए बड़ी चुनौती है. सेक्स रैकेट मामले में विधायक के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भोजपुर पुलिस कप्तान विधायक की गिरफ्तारी के लिए खुद मोर्चा संभाले हुए हैं. उधर सूत्रों के मानें तो विधायक सरेंडर के मूड में हैं और इसके लिए वो तैयारी में लग चुके हैं. विधायक आत्मसमर्पण करने की लगभग पूरी प्लानिंग कर चुके हैं. झारखंड से कहां गायब हुए अरुण यादव विधायक को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार उनके करीबियों से भी जानकारी जुटाने की कोशिश में लगी हुई है. पुलिस मोबाइल सर्विलांस से भी पता लगाने की कोशिश कर रही है. पुलिस की ओर से उनके कई करीबियों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है. बताया जा रहा है कि उनके मोबाइल नंबर सर्विलांस पर चढ़ाये गये हैं. फरार विधायक का आखिरी बार लोकेशन झारखंड में देखा गया था. उसके बाद से लगातार उनका मोबाइल स्विच ऑफ है. अरूण यादव का बालू और कंस्ट्रक्शन का कारोबार दूसरे राज्यों में है. ऐसे झारखंड में ही उनके छिपने की आशंका जताई जा रही है. भोजपुर पुलिस के लिए चैलेंज है विधायक की गिरफ्तारी इस चर्चित मामले में फरार चल रहे राजद विधायक को पुलिस अपनी साख बचाने के लिए किसी भी कीमत पर गिरफ्तार करना चाहती है. गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद भी फरार विधायक पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं. पुलिस राजद विधायक की गिरफ्तारी के लिए गड़हनी प्रखंड के लसाढ़ी गांव स्थित उनके पैतृक घर, अगिआंव बाजार स्थित आवास के साथ-साथ पटना सचिवालय के फ्लैट और आरा स्थित कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है लेकिन उसे सफलता नहीं मिली है. बताया जा रहा है कि भोजपुर के पुलिस कप्तान खुद लीड कर रहे हैं. इसलिए विधायक की गिरफ्तारी एक बड़ा पुलिस महकमे के लिए बड़ा चैलेंज माना जा रहा है. इश्तेहार जारी होने के बाद अगर विधायक सरेंडर नहीं करते हैं तो भोजपुर पुलिस उनके खिलाफ कोर्ट में कुर्की की कार्रवाई के लिए आवेदन देगी.