PATNA : पटना के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर विगत 5 मई को आयोजित नीट-यूजी में कथित धांधली से जुड़े मामले में अब बड़ा एक्शन लिया गया है। अब इस मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई, बिहार (ईओयू) ने संभाल ली है। अबतक पटना पुलिस द्वारा शास्त्रीनगर थाना में कांड संख्या-358/24 दर्ज कर कार्रवाई की जा रही थी। हालांकि इस मामले में ईओयू की ओर से जांच में सहयोग दिया जा रहा था।
वहीं इस कांड में अबतक 13 आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस मामले की जांच में पाए गए तथ्यों व मामले की गंभीरता को देखते हुए और प्रथम दृष्टया संगठित गिरोह की सुनियोजित संलिप्तता के साक्ष्य के आधार पर ईओयू ने शुक्रवार को जांच की जिम्मेदारी स्वयं ले ली है। गिरफ्तार आरोपितों को रिमांड पर लेकर ईओयू पूछताछ करेगी। ईओयू के अनुसार इस मामले की जांच के लिए आठ सदस्यीय विशेष जांच टीम का गठन भी किया गया है।
टीम का नेतृत्व ईओयू, बिहार के एसपी (प्रशासन) मदन कुमार आनंद करेंगे। इस कांड में अबतक जिन 13 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें 4 अभ्यर्थी एवं शेष उनके अभिभावक एवं संगठित गिरोह के सदस्य हैँ। इनके द्वारा रामकृष्णा नगर थाना के खेमनीचक के लर्न वॉयज हॉस्टल एवं लर्न प्ले स्कूल में कथित रूप से कुल 35 परीक्षार्थियों को परीक्षा से पहले एकत्र कर नीट का प्रश्नपत्र हल करवाया गया था। संबंधित स्कूल से जले हुए प्रश्नपत्रों के कुछ अवशेष भी जब्त किए गए हैं। जिसकी जांच करायी जाएगी। गिरफ्तार सदसयों से कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, पोस्ट डेटेड चेक व प्रमाण पत्र जब्त किए गए हैं।
उधर, ईओयू के अनुसार गया के सर्वदहा निवासी नीतीश कुमार को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। जिसे ईओयू द्वारा बीपीएससी चरण-3 पेपर लीक मामले में दर्ज कांड संख्या-6/24 में हजारीबाग से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। इसे संबंधित न्यायालय से जमानत पर मुक्त कर दिया गया था। इस कांड में गिरफ्तार सिकंदर प्रसाद यादवेंदु नगर परिषद, दानापुर में कनीय अभियंता के पद पर कार्यरत है। नीट फर्जीवाड़े में एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर में तीन छात्रों के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें दो छात्र गिरफ्तार हो चुके हैं। इन दोनों के अलावा एक अन्य छात्र के नाम की भी चर्चा है। उसकी भी तलाश हो रही है।