क्या एक हो जाएगा लोजपा का दोनों गुट? : चाचा के साथ आने पर चिराग ने किया बड़ा खुलासा : कहा- उन्होंने कोशिश तो मुझे खत्म करने की थी ...

क्या एक हो जाएगा लोजपा का दोनों गुट? : चाचा के साथ आने पर चिराग ने किया बड़ा खुलासा : कहा- उन्होंने कोशिश तो मुझे खत्म करने की थी ...

PATNA : लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए के अंदर चाचा-भतीजे के बीच बनी दूरी बरक़रार है। यह दूरियां कब कम होंगी या या यूं ही बनी रहेंगी कहना मुश्किल है। ऐसे में तमाम सवालों का जवाब अब खुद चिराग पासवान ने दिया है। वैसे भतीजे चिराग ने चुनाव की घोषणा होते ही अपने चाचा को पटखनी जरूर दे दी है। जिसके बाद चाचा थोड़े नाराज भी दिखे। लेकिन बाद में कोई उचित विकल्प नहीं मिलने की वजह से उनके बोल बदल गए हैं। ऐसे में अब चाचा को लेकर भतीजे की आगे क्या रणनीति होगी, इन सवालों का भी जवाब दिया गया है। 


दरअसल,बिहार की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि चाचा और भतीजा में दूरियां घट सकती हैं और लोजपा के दोनों धड़े एक हो सकते हैं। हालांकि, जब इस बारे में एक दैनिक समाचार पत्र के साक्षात्कार के दौरान चिराग पासवान से सवाल किया गया तो उन्होंने क्या कहा, यह जनाना काफी अहम हो जाता है। चिराग ने कहा है कि भविष्य में क्या होगा, यह हम अभी नहीं कह सकते हैं।


इसके बाद चिराग पासवान से यह सवाल किया गया कि एनडीए के अंदर सीट बंटवारे में आपने अपने चाचा को मात दे दी? इसका जवाब देते हुए चिराग ने कहा कि सीट बंटवारे को वह हार और जीत से नहीं देखते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश तो चिराग पासवान को खत्म कर देने की थी। मेरे पिता (रामविलास पासवान) की बनाई पार्टी का सिंबल तक ले लिया गया। जब अपने ही ऐसा काम करेंगे, तो किसी दूसरे को क्या दोष देना? 


चिराग ने कहा कि चाचा और भाई ने जो कुछ भी किया और कहा, उसके बाद कुछ नहीं रह जाता है। इससे परिवार में सभी आहत हैं। लोजपा के दोनों गुटों के विलय पर चिराग ने कहा कि भविष्य में क्या होगा, यह अभी नहीं कह सकता। उन्हें जिम्मेदारी का एहसास हो रहा है। उनका विजन बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट का है। 


उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से रिश्तों पर भी चिराग पासवान ने खुलकर बात की। जब उनसे पूछा गया कि विधानसभा चुनाव में उन्होंने नीतीश को निशाने पर रखा था, लेकिनअब साथ हैं। इस पर चिराग ने कहा कि सीएम नीतीश ने बहुत परिपक्वता के साथ सारी चीजों को संभाला है। हमारे बीच बेहतर समन्वय है। नीतीश कुमार पूरी ईमानदारी से संबंध निभाते हैं। देशहित में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना है, हमारा पूरा फोकस इसी पर है।