DESK: दिल्ली में आईएएस पति-पत्नी ने अपने कुत्ते को मॉर्निंग वॉक कराने के लिए त्यागराज स्टेडियम खाली कराया था, जिसके बाद वहां ट्रेनिंग कर रहे कोचों ने जमकर बवाल किया था। ये मामला पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ कि इसी तरह का एक और मामला अब यूपी के फतेहपुर जिले से सामने आया है, जहां जिलाधिकारी आवास में गाय के इलाज के लिए 7 डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है। खबर फैलते ही लोग कई सवाल उठाने लगे हैं कि सरकारी पावर को कहीं न कहीं दुरूपयोग किया जा रहा है। बता दें कि महिला आईएएस के पति भी कानपुर के डीएम हैं।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने एक सरकारी आदेश जारी किया था, जो अब वॉट्सएप ग्रुप में तेज़ी से वायरल हो रहा है। पूछताछ में अपर मुख्य पशुधिकारी ने बताया कि आदेश तो जारी किया है, लेकिन किसी सरकारी कर्मचारी ने इस पत्र को गलत तरीके से वायरल किया है।
दरअसल, फतेहपुर जिले की डीएम अपूर्वा दुबे ने अपने आवास में गाय पाल रखी है, जिसकी तबीयत अचानक खराब हो गई। इसके बाद विभाग ने गाय की देखभाल के लिए बारी बारी से 7 डॉक्टरों की ड्यूटी लगा दी। अब पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी इस मामले पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
वायरल सरकारी लेटर में लिखा है कि डीएम महोदया की गाय की चिकित्सा करने के लिए पशु चिकित्साधिकारी की प्रतिदिन सुबह-शाम की ड्यूटी लगाई जाती है। साथ ही पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश कुमार सनगांव इन डॉक्टरों से समन्वय स्थापित कर हर रोज़ सुबह-शाम गाय को देखने की जानकारी मुख्य चिकित्साधिकारी को फोन कर देंगे।
कल यानी सोमवार को ड्यूटी के लिए डॉ. मनीष अवस्थी (भिटौरा के पशु चिकित्साधिकारी), मंगलवार को डॉ. भुवनेश कुमार (पशु चिकित्साधिकारी ऐरायां), बुधवार को डॉ. अनिल कुमार (पशु चिकित्साधिकारी उकाथु), गुरुवार को अजय कुमार (पशु चिकित्साधिकारी गाजीपुर), शुक्रवार को डॉ. शिवस्वरूप (पशु चिकित्साधिकारी मलवां), शनिवार को डॉ. प्रदीप (पशु चिकित्साधिकारी असोथर) और रविवार को डॉ. अतुल कुमार (पशु चिकित्साधिकारी हसवा) को तैनात किया गया है।