Vande Metro Train: बिहार की पहली वंदे मेट्रो ट्रेन...इस रूट पर दौड़ेगी यह रेलगाड़ी,जानें Bihar Weather Update: थमी बारिश, अब चढ़ेगा पारा! तापमान 40 डिग्री पार, गर्मी से बेहाल होंगे लोग Bihar cyber crime: साइबर अपराधियों का नया नेटवर्क उजागर, क्रिप्टोकरेंसी के जरिए ठगी का पैसा भेजा जा रहा विदेश! Industrial Township Bihar: रोजगार और सुविधाओं का केंद्र बनेगा बिहार Ayush Mhatre: आयुष म्हात्रे ने पहले ही मैच में तोड़ा 18 साल पुराना रिकॉर्ड, विस्फोटक बल्लेबाजी देख फैंस बोले “इसे अब तक बचाकर क्यों रखा था” बेतिया में ग्रामीणों का इंसाफ: गांव की लड़की से छेड़खानी करने वाले 2 मनचलों को जमकर पीटा, चेहरे पर कालिख लगाकर चप्पल से पिटाई का Video Viral Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई गैंग में धड़ल्ले से हो रही युवाओं की भर्ती, चुनौती से निपटने के लिए पुलिस ने तैयार किया मास्टरप्लान वर्दी का ख्वाब साकार कर रहे हैं अजय सिंह, फिजिकल की तैयारी के लिए युवाओं को दे रहे हाई जम्पिंग गद्दा कर्नाटक में पूर्व DGP की हत्या, पत्नी पर लगा संगीन आरोप, बिहार के रहने वाले थे ओम प्रकाश PBKSvsRCB: पंजाब किंग्स पर जीत के साथ विराट कोहली ने तोड़ डाला धोनी का यह बड़ा रिकॉर्ड, अब रोहित शर्मा की बारी
PATNA: आज पुरे देश में महाशिवरात्रि का महापर्व मनाया जा रह है. वही दूसरी तरफ 21 साल की पार्वती ने लिवर डोनेट कर अपने 29 साल के पति शिव की जान बचाकर शिव-पार्वती की जोड़ी को चरितार्थ कर दिया है. बता दें बिहार के 29 साल के शिव लीवर सिरोसिस से ग्रस्त थे जिसके बाद उनकी पत्नी द्वारा अंगदान करने से एक नया जीवन मिला है.
दिल्ली के सर गंगाराम डॉक्टर ने बताया कि लीवर डोनेट की सर्जरी 12 घंटे तक चली. यह ऑपरेशन बहुत ही चुनौती पूर्ण था. क्योंकि दोनों के ब्लड ग्रुप अलग थे. डॉक्टर ने बताया कि शिव का ब्लड ग्रुप B+ था. परिवार में किसी का ग्रुप नही था. तब जाकर उसकी 21 साल पत्नी ने शिव को लीवर देने की बात कही. लेकिन उसके ब्लड का ग्रुप A+ था.
मिली जानकारी के अनुसार छह महीने पहले पार्वती ने पाया कि उसका पति बिस्तर पर बेहोश पड़ा है. वह तुरंत उसे इलाज के लिए ले गयी, तब जांच में पता चला कि शिव को लीवर सिरोसिस बीमारी हो गई है जो आखिरी स्टेज में है. जिसके चलते उन्हें लीवर मस्तिष्क बीमारी हो गई है. जिससे व्यक्ति बेहोश हो जाता है.
दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के मुताबिक, यह खबर परिवार के लिए बहुत बुरी थी. क्योंकि शिव छह सदस्यों के परिवार में एकमात्र कमाऊ था. परिवार में शिव दंपत्ति के अलावा बुजुर्ग मां-बाप और दो बच्चे हैं. डॉक्टरों ने बताया कि हमारे सामने चुनौती थी कि शिव और उसकी पत्नी के ब्लड ग्रुप अलग-अलग थे. आखिरकार पत्नीक पार्वती के लिवर की जांच की गई और लिवर ले लिया गया.