कोरोना खत्म हो जाएगा लेकिन बारातियों को यह शादी हमेशा याद रहेगी, डेढ़ महीने से फंसे 39 बारातियों को घर वापसी का इंतजार

कोरोना खत्म हो जाएगा लेकिन बारातियों को यह शादी हमेशा याद रहेगी, डेढ़ महीने से फंसे 39 बारातियों को घर वापसी का इंतजार

SIWAN : सीवान के हुसैनगंज प्रखण्ड के खरसंडा में 19 मार्च को पश्चिम बंगाल से बारात लेकर आये 39 बाराती लॉकडाउन में फंस गए है. अब हाल ये है कि परिवारवालों के पास खाने के लिए भी कुछ नहीं बचा है. वे लोग अब अधिकारियों से लेकर जन प्रतिनिधि से मदद की गुहार लगा रहे हैं.

दूल्हा के बड़े भाई बाबुजन अंसारी ने बताया कि हमलोग मुख्य रूप से मड़कन टोला सिवान के निवासी हैं. लेकिन सालों पहले जाकर हमलोग पश्चिम बंगाल के बसवारिया,  हुगली में बस गए थे.  हमारे छोटे भाई वसी अहमद की शादी 21 मार्च को रघुनाथपुर प्रखण्ड के दौलतपुर निवासी अब्दुल हक अंसारी के पुत्री नेहा खातुन से सम्पन्न हुई थी. 


शादी में शामिल होने  मेरा पूरा परिवार बहनोई खरसंडा निवासी मुश्ताक अंसारी के घर आये जहां से शादी की सारे कार्यक्रम आयोजित किये गये थे. शादी के बाद लौटने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस का टिकट 22,24 मार्च का लिया गया था. लेकिन जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन के कारण पूरा परिवार बहनोई के यहां ही फंस गएं. उन्होंने ने बताया कि बरातियों में 15 महिला 5 बच्चे सहित कुल 39 लोग हैं.


मुश्ताक अंसारी वेल्डिंग का करते हैं, लॉकडाउन की वजह से उनका भी धंधा बंद हैं. अब हालत ऐसी है कि खाने के लिए भी नहीं है. जिससे सभी को काफी परेशानी हो रही है. इसकी जानकारी मिलते ही हथौड़ा पंचायत के पूर्व मुखिया एनामुल हक को मिली, तो उन्होंने इंसानियत का परिचय देते हुए 15 दिनों का राशन और कुछ नगद पैसे का सहयोग किया. वहीं इसकी जानकारी मिलने पर राजद विधायक प्रतिनिधि शैलेंद्र कुमार यादव ने पहुंचकर कुशलक्षेम लिया और अधिकारियों से बात करके सभी को  यथाशीघ्र भेजने का आश्वासन दिया है.