लॉकडाउन में शराबी BDO ने किया खेल, नशे में अरेस्ट होने के बाद थाने से ही मिल गई बेल

लॉकडाउन में शराबी BDO ने किया खेल, नशे में अरेस्ट होने के बाद थाने से ही मिल गई बेल

DARBHANGA : कोरोना संकट की महामारी के बीच बिहार में कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. जिन्होंने लोगों को झकझोर कर रख दिया है. जहानाबाद में मछली पार्टी में शामिल होने के बाद डीएसपी और सीओ की कार्रवाई के बाद एक और मामले ने तूल पकड़ लिया है. दरअसल ताजा मामला दरभंगा जिले का है. जहां नशे की हालत में एक शराबी बीडीओ को अरेस्ट करने के बाद थाने से ही उसे बेल मिल गई. जिसके बाद तमाम सवाल खड़ा हो रहे हैं.


मामला दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान प्रखंड का है. जहां कुशेश्वरस्थान BDO अखिलेश्वर प्रसाद सिंह को नशे की हालत में सरकारी आवास से गिरफ्तार किया गया था. लेकिन बिहार में लागू शराबबंदी कानून के उल्लंघन में कानूनी कार्रवाई के बदले बीडीओ को थाने से ही बेल दे दिया गया. मिली जानकारी के मुताबिक सरकारी आवास पर शराब पीने की शिकायत मिलने के बाद बीडीओ को रंगेहाथ अरेस्ट किया गया था. लेकिन थोड़ी ही देर में BDO साहब को पुलिस ने थाना से ही बेल भी दे दिया.


इस पूरे मामले में एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने कहा है कि बीडीओ अपने घर में शराब का सेवन कर रहे थे और वहीं से उन्हें गिरफ्तार किया गया था. उनके खिलाफ जमानती धारा 37/B के तहत पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था सो उन्हें थाना से ही बेल दे दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बताया जा रहा है कि बीडीओ अखिलेश्वर प्रसाद सिंह शराब का सेवन करने के साथ ही लोगों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं. रविवार को भी वरीय पदाधिकारी को सूचना मिली कि बीडीओ शाम से ही शराब का सेवन कर रहे हैं. इसके बाद उन्हें रंगे हाथों पकड़ने के लिए प्रशासनिक स्तर से निर्देश जारी किए गए थे.


दरभंगा एसएसपी बाबू राम ने बिरौल अनुमंडल के डीएसपी दिलीप कुमार झा और थानाध्यक्ष को यह निर्देश दिया था कि बीडीओ अखिलेश्वर प्रसाद सिंह को अरेस्ट किया जाये. मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष को बीडीओ अखिलेश्वर प्रसाद सिंह नशे की हालत में मिले, जिन्हें हिरासत में लेते हुए मेडिकल जांच के लियेबिरौल अनुमंडल लाया गया. एसएसपी बाबू राम ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि सूचना मिली थी कि प्रखंड विकास पदाधिकारी अखिलेश्वर प्रसाद सिंह नशे का सेवन किये हुए हैं, जिसके बाद बिरौल एसडीपीओ दिलीप कुमार झा को कारवाई करने हेतु भेजा गया और उनकी गिरफ्तारी की गई थी.