DARBHANGA: दरभंगा एयरपोर्ट का नाम मैथिली कवि विद्यापति के नाम पर करने का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चली गई है। सोमवार को बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने राज्यसभा में दरभंगा एयरपोर्ट के नामकरण का मुद्दा उठाया। केंद्रीय नागर विमानन राज्यमंत्री ने मोदी के प्रश्न को लेकर जवाब दिया कि एयरपोर्ट का पुर्न नामकरण करने की कोई निश्चित समय सीमा नहीं दी जा सकती है।
केंद्रीय राज्यमंत्री विजय कुमार सिंह ने मोदी के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अप्रैल 2021 में उनके विभाग को बिहार विधानसभा द्वारा पारित प्रस्ताव प्राप्त हुआ था, एयरपोर्ट के पुर्ननामकरण को लेकर लेकर कोई निश्चित समय सीमा नहीं दी जा सकती क्योकि इस बारे में संबंधित मंत्रालयों से व्यापक विचार विमर्श किया जाना है साथ ही मंत्री ने राज्यसभा में कहा कि इस मामले में केंद्रीय मंत्रिमंडल से भी स्वीकृति मिलना अभी शेष है।
मिथिला के कवि कोकिल विद्यपाति के नाम पर दरभंगा एयरपोर्ट का नामकरण का मुद्दा बिहार की सियासत का महत्वर्पूण मुद्दा है। मिथिला के लोगों का विद्यापति से एक भावनात्मक जुड़ाव है। विद्यापति के नाम पर दरभंगा एयरपोर्ट का नाम रखने का सियासी मतलब एनडीए जानती है, इसलिए बिहार विधानसभा से पारित करके प्रस्ताव को केंद्र के पास भेज दिया गया लेकिन केंद्र सरकार का इस मामले पर रवैया सुस्त नजर आ रहा है।
दरभंगा में एयरपोर्ट शुरू होने का श्रेय हमेशा एनडीए के नेता लेते रहते है, मिथिलांचल से जुड़े हुए नेता अपने क्षेत्र में एयरपोर्ट शुरू होने का श्रेय अपने दोनों नेता नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को देते है, लेकिन एयरपोर्ट के नामकरण का मुद्दा जिस तरह से टाला जा रहा है एनडीए के नेताओं को सवाल का जवाब देना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।