दलित विरोधी बातें करते हैं नीतीश कुमार, संसद में बोले प्रिंस राज..बिहार में बनाया गया डर का माहौल

दलित विरोधी बातें करते हैं नीतीश कुमार, संसद में बोले प्रिंस राज..बिहार में बनाया गया डर का माहौल

DESK: संसद में भी आज छपरा शराबकांड का मामला छाया रहा। समस्तीपुर के सांसद प्रिंस राज ने नीतीश सरकार को निशाना बनाते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री गैर जिम्मेदाराना बयान देते हैं। कहते हैं कि जो पियेगा वो मरेगा। छपरा में जहरीली शराब पीने से 100 से ज्यादा लोगों की मौतें हो गयी है और वहां के मुख्यमंत्री दलित विरोधी बयान देते हैं कि तुम शराब पिओगे तो मरोगे हम तुमकों कोई मुआवजा नहीं देंगे। तुम्हारे परिवार को कोई मदद नहीं करेंगे। इस तरीके का दलित विरोधी बयान एक राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा दिया जाता है  जो चिंता का विषय है।


लोकसभा में सांसद प्रिंस राज ने आगे कहा कि बिहार में शराबबंदी हो इसके पक्ष में हम भी थे और बीजेपी भी थी। लेकिन जिस दिन नीतीश कुमार की नीति के पीछे की नियत साफ हो गयी कि यह शराबबंदी नहीं दलित और गरीब बंदी कर रहे हैं। इसकी आड़ में लोगों को जेल में बंद कर किया जा रहा है। तब हमने इसका विरोध किया। इसकी आड़ में पूरे प्रदेश में नशीली पदार्थ की तस्करी बढ़ गयी है।


आज देश में युथ नशे में लिप्त है। इसके कई कारण भी है। कुछ डिप्रेशन तो कुछ स्ट्रैस और कुछ गलत संगती के कारण नशा कर रहे हैं।। ये कई कारण युथ को बर्बाद कर रही है। इस पर गंभीरता से सोचने की जरूरत है। पंजाब में किस तरह से नशा फैला हुआ है। दिल्ली के पॉश इलाके कनाट पैलेस में भी छोटे-छोटे बच्चे नशे के शिकार हैं। सड़क के किनारे बच्चे नशा करते हैं। ये कोई महंगा नशा नहीं कर रहे है। 


ये ऐसा नशा कर रहे है जो आसानी से हर जगह उपलब्ध है। इन बच्चों के लिए भी सोचने की जरूरत है। इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। बिहार में नशीले पदार्थ की तस्करी चरम सीमा पर है। हर महीने करोड़ों की तस्करी बिहार में हो रही है। यंग इंडिया यदि नशीली पदारर्थ में लिप्त रहेगा तो यह कहा जाएगा कोई नहीं कह सकता। इसके लिए एक अलग से बजट बनायी जाए। नशे में पड़े लोगों को मानसिक तौर पर सहायता दी जाए।


सांसद प्रिंस राज ने बिहार में लागू हुए शराबबंदी की चर्चा करते हुए कहा कि शराबबंदी कानून यह कहता है कि यदि आपके घर में शराब की बोतल पाई जाती है तो घर के मुखिया को जेल में डाल दिया जाएगा। ऐसे में जिसे भी फंसाने की मंशा यदि है तो उसके घर में शराब की बोतल रख दिजिए। जब बिहार के सदन में शराब की बोतल पाई जाती है तब किसको जेल में डाला जाए। बिहार में डर का माहौल बनाया गया है। जिसकी वजह से बिहार के लोग शराब की जगह दूसरे नशे का सेवन करने लगे है ताकि पुलिस तंग ना करे।