PATNA : कोरोना वायरस के सामने खड़े बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी की हकीकत अब सामने आने लगी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी का मामला आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने उठा डाला. पीएम मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में नीतीश कुमार ने बिहार को N95 मास्क और पीपीई किट मुहैया कराने की मांग रख दी.
प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में नीतीश कुमार ने खुद कहा है कि बिहार के पास N95 मास्क और PPE किट की भारी किल्लत है. बिहार में 5 लाख PPE किट की मांग की थी. जिसके मुकाबले केवल 4000 ही उसमें से मुहैया कराया गया है. इसके अलावे 10 लाख N95 मास्क की मांग की गई थी. जिसमें से मात्र 50 हजार ही उपलब्ध कराये गए हैं.
इतना ही नहीं बिहार सरकार ने केंद्र से 10 लाख प्लाई मास्क के की मांग की थी. जिसके एवज में केवल एक लाख ही प्लाई मास्क मांसपेशी बिहार को मिला है. इसके अलावा 10 हजार आरएनए एक्सट्रैक्शन किट की भी मांग की गई थी. जिसमें से मात्र ढाई सौ ही किट उपलब्ध कराया गया है.
इतना ही नहीं बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का रोना रोते हुए राज्य सरकार ने केंद्र से 100 वेंटिलेटर की भी मांग की है. स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर केंद्र पर या निर्भरता यह बताने के लिए एक काफी है कि बिहार में कोरोना से मुकाबले के लिए जमीनी स्तर पर तैयारी क्या है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में नीतीश कुमार ने मेडिकल एक्यूमेंट और सुविधाओं को लेकर जो मांगे रखी हैं. उसके बाद यह साफ हो गया है कि बिहार में मेडिकल स्टाफ इन खतरों का सामना उठाते हुए काम कर रहे हैं. N95 मास्क के बगैर काम करना वाकई स्वास्थ्य कर्मियों के लिए कितना जोखिम भरा है. साथ ही साथ N95 और PPE किट, आरएनए एक्सट्रैक्शन किट की कमी यह बताने को काफी है कि बिहार में कोरोना का टेस्ट क्यों कछुआ गति से चल रहा है.