पटना में कोरोना से भी बड़ा संकट, फायरिंग में घायल युवक की मौत के बाद सिटी में उपद्रव

पटना में कोरोना से भी बड़ा संकट, फायरिंग में घायल युवक की मौत के बाद सिटी में उपद्रव

PATNA : पटना में कोरोना से भी बड़ा संकट पैदा हो गया है। पटना सिटी इलाके में सोमवार की शाम हुए बवाल और फायरिंग में घायल युवक की मौत के बाद पूरे इलाके में तलाव व्याप्त है। मंगलवार को फायरिंग में घायल हुए युवक की मौत हो गई। पटना सिटी के नून का चौराहा स्थित शीशा का सिपहर मोहल्ले में सोमवार को जमकर बवाल हुआ था जिसमें 28 साल के सन्नी को गोली लग गई थी। 


मंगलवार को सन्नी की मौत हो गयी जिसके बाद उसका शव पटना सिटी स्थित घर ले जाया गया। सन्नी की शवयात्रा में बड़ी तादाद में लोग शामिल हुए लेकिन शवयात्रा के दौरान ही दूसरे पक्ष के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। हालात इतने बिगड़ गए कि पटना के सीनियर एसपी उपेंद्र शर्मा और सिटी एसपी जितेंद्र कुमार को इलाके में कैंप करना पड़ा। दो पक्षों के बीच हुए इस पत्थरबाजी और हंगामे के कारण पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस ने सन्नी की हत्या के मामले में छह लोगों को नामजद आरोपी बनाया है और इनमें से पांच को गिरफ्तार किया गया है।


दरअसल इस इलाके में कुछ लोगों द्वारा लॉकडाउन तोड़े जाने के बाद सोमवार की शाम बकझक शुरू हो गई थी। सोमवार की शाम एनसीसी के कैडेट ने इस इलाके में कुछ युवकों को लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाया था जिसके बाद हंगामा शुरू हुआ। स्थानीय युवकों और कैडेटों के बीच झगड़ा शुरु होने के बाद असामाजिक तत्वों ने फायरिंग की थी। इसी फायरिंग में सन्नी घायल हो गया था। प्रशासन को भी यह समझ में नहीं आ रहा है कि इस इलाके में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए वह असामाजिक तत्वों को सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ कैसे पढ़ाये। सन्नी  का अंतिम संस्कार खाजेकलां घाट पर किया गया है।  उसके 2 साल के बेटे से मुखाग्नि दिलाई गई। सनी के भाई दिलीप गुप्ता मैं जो प्राथमिकी दर्ज कराई है उस पर एक्शन लेते हुए मो हसनैन, शाहजहां, अब्दुल नासिर, मो अंजुम, जैनब हाशमी को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि मुख्य आरोपी मो चांद फरार है।