कोरोना संकट के बीच स्वास्थ्य विभाग का कारनामा, पहले सस्पेंड किया और अब रैपिड एंटीबॉडी किट खरीदने का टेंडर

कोरोना संकट के बीच स्वास्थ्य विभाग का कारनामा, पहले सस्पेंड किया और अब रैपिड एंटीबॉडी किट खरीदने का टेंडर

PATNA: कोरोना संकट के बीच स्वास्थ्य विभाग का एक से एक कारनामा देखने को मिल रहा है. जिस पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के हेड डॉ. सत्येंद्र नारायण सिंह ने सीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में रैपिड एंटीबॉडी किट खरीदने की सलाह दी थी उसके बाद उनसे कई जवाब मांगे गए थे और सस्पेंड कर दिया गया था. लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग वही रैपिड एंटीबॉडी किट को खरीदने के लिए टेंडर निकाल दी है. 

50 हजार किट के लिए निकला टेंडर

50 हजार रैपिड एंटीबॉडी की खरीद के लिए बीएमएसआईसीएल ने टेंडर निकाला है. इस किट से 10 मिनट में निगेटिव-पॉजिटिव की जानकारी मिल जाती है. इसके अलावा इस जांच से संदिग्ध मरीज की इम्युनिटी की भी जानकारी मिल जाती है. 


सीएम से रैपिड किट से जांच की थी सिफारिश

सस्पेंड होने पर सिंह ने बताया था कि उन्होंने सीएम के साथ डॉक्टरों के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में रैपिड किट से जांच की सिफारिश की थी. जिसके बाद यह स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों को बात नागवार गुजरी. मुझसे इसके बारे में जवाब मांगा गया. मैं नौ प्रमाण के साथ 7 अप्रैल को इसका जवाब दिया था. फिर भी मुझे सस्पेंड किया गया. सिंह ने उस समय भी इसको लेकर साजिश के तहत सस्पेंड करने का आरोप लगाया था. लेकिन विभाग ने लापरवाही का आरोप लगाया था. जो भी हो अब विभाग उसी सस्पेंड अधिकारी की बात पर अमल कर रहा है.