PATNA : कोरोना संकट में नीतीश सरकार के वर्किंग स्टाइल से बिहार बीजेपी में नाराजगी है. यह बात आज बिहार बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान साफ हो गया है. दरअसल कोरोना महामारी से पैदा हुई स्थिति को लेकर चर्चा के लिए आज बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के साथ विधान पार्षदों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रखी गई थी और इसी दौरान बीजेपी के नेताओं ने जमकर नीतीश सरकार के खिलाफ भड़ास निकाली बीजेपी के कुछ नेताओं ने तो यहां तक कह दिया कि अगर नीतीश कुमार के साथ रहे तो पार्टी का बेड़ागर्क हो जायेगा.
कोटा में फंसे छात्रों को लेकर चर्चा
दरअसल कोरोना महामारी के हालात की समीक्षा के लिए आज बिहार बीजेपी के शीर्ष नेताओं की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक हुई. इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, मंत्री नंदकिशोर यादव, प्रेम कुमार, मंगल पांडे, विनोद नारायण झा भी मौजूद रहे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान बीजेपी के विधान पार्षदों को जोड़ा गया था. सभी ने शीर्ष नेतृत्व के सामने अपनी समस्याएं रखी और सुझाव भी दिए. कुछ विधान पार्षदों ने सरकार की गलत नीतियों पर गुस्सा भी जताया. बीजेपी नेताओं ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कोटा के अंदर फंसे बिहारी छात्रों के साथ-साथ राज्य के बाहर फंसे बिहारियों का मुद्दा भी था. बीजेपी के विधान पार्षदों ने मांग रखी कि लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए बिहारियों को वापस घर लाने के लिए सरकार को पहल करनी चाहिए.
केंद्र से हरी झंडी का इंतजार
बीजेपी नेताओं का कहना था कि हमारी ही पार्टी के शासन वाले दूसरे राज्यों की सरकारों ने कोटा में फंसे बच्चों और अपने राज्य के नागरिकों को घर वापस बुला लिया. निश्चित तौर पर इस पूरी प्रक्रिया में उन्होंने लॉकडाउन के नियमों का पालन किया होगा. अगर दूसरे राज्य ऐसा कर सकते हैं तो फिर बिहार में ऐसा क्यों नहीं किया जा सकता है. बीजेपी नेताओं की नाराजगी को देखते हुए सुशील मोदी सरकार के बचाव में खड़े नजर आये. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर केंद्र सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय से आग्रह किया गया है. उनकी गाइडलाइन मिलने का इंतजार है. बीजेपी नेताओं का कहना था कि 5 दिन बाद लॉकडाउन खत्म हो जाएगा, तब भी बिहारियों को वापस लाना होगा. सरकार को इसके लिए तैयारी शुरू कर देनी चाहिए.
पटना सिटी मर्डरकांड पर चर्चा
बीजेपी नेताओं की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बाहर फंसे बिहारियों के साथ-साथ पटना सिटी इलाके में मारे गए युवक सन्नी गुप्ता के मामले को लेकर भी चर्चा हुई. बीजेपी के कुछ नेताओं का मानना था कि पटना सिटी इलाके में जिस युवक को गोली मारी गई, उसके साथ पार्टी के कार्यकर्ताओं को खड़ा होना चाहिए था. इसके अलावे नवादा में सब्जी वाले के झंडा लगाने पर दर्ज एफआइआर का मामला भी इस बैठक के दौरान उठा. बीजेपी के कई विधान पार्षदों ने स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का मामला उठाया तो स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने सरकार और विभाग की तरफ से उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी दी. सीतामढ़ी एसपी की ओर से जारी पत्र को लेकर भी इस बैठक में सवाल खड़ा किये गए. हालांकि डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने इस मामले पर चर्चा को सिरे से नकार दिया.