PATNA : कोरोना महामारी के बीच के बिहारियों तक राहत पहुंचाने के लिए नीतीश सरकार ने एक और बड़ा फैसला किया है. सरकार ने मुख्यमंत्री राहत कोष से 50 करोड़ की राशि जारी की है. इसके पहले मुख्यमंत्री राहत कोष से 100 करोड़ की राशि जारी किया जा चुका है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि लॉक डाउन में फंसे लोगों तक लगातार बिहार सरकार की तरफ से राहत और सहायता पहुंची रहे इसके लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से 50 करोड़ की राशि पुनः जारी करने का निर्देश दिया गया है. मुख्यमंत्री विशेष सहायता के अंतर्गत यह राशि जारी की गई है.
नीतीश सरकार ने इसके पहले लॉक डाउन में राज्य के बाहर फंसे बिहारियों और सुबह में जरूरतमंदों तक राहत पहुंचाने के लिए 100 करोड़ की राशि जारी की थी. अब इस 50 करोड़ों रुपए की राशि का इस्तेमाल आपदा प्रबंधन विभाग लॉक डाउन में उनके बीच राहत पहुंचाने के लिए प्रयोग करेगी.
उधर दूसरी ओर बिहार स्वास्थ्य विभाग के की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में अब तक 65 मामले सामने आये हैं. जिसमें से 29 लोगों ने कोरोना को मात दे दी है. जबकि एक व्यक्ति की मौत कोरोना जैसे जानलेवा वायरस से हुई है. फिलहाल सूबे में अभी भी 35 केस एक्टिव हैं. देश में फिलहाल स्थिति काफी चिंताजनक बनी हुई है. इसके साथ ही सूबे में 29 लोग कोरोना को मात देकर एक नई जिंदगी हासिल किये हैं. बिहार के कोरोना प्रभावित 11 जिलों में से 6 जिले फिलहाल कोरोना फ्री हो गए हैं.
बिहार में अब तक 11 जिलों में कोरोना के मरीज मिले हैं. जिसमें से 5 जिले ही फिलहाल प्रभावित हैं. क्योंकि मुंगेर, पटना, नालंदा, सारण, भागलपुर और लखीसराय के मरीजों के शत प्रतिशत रिजल्ट सामने आ गए हैं. पटना के सभी 5 मरीज स्वस्थ हो गए हैं. इसके साथ ही नालंदा के सभी दो मरीज और लखीसराय, सारण और भागलपुर के एक-एक मरीज ने कोरोना को मात देकर नए जीवन को हासिल किया है. यह बिहार स्वास्थ्य विभाग के मेहनत का नतीजा है कि जिस तरीके से हालात बिहार में बेकाबू हो रहे थे. ऐसी स्थिति में डॉक्टर्स ने काफी अच्छा काम किया. डॉक्टर्स के सराहनीय काम का ही नतीजा है कि मुंगेर में एक मौत होने के बाद वहां के 6 मरीज आज पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं. इसके साथ ही सीवान के 6, गया के 3, गोपालगंज के 2, नवादा और बेगूसराय के एक-एक मरीज ठीक हुए हैं.