कोरोना पीड़ित मरीज के शव के साथ बड़ी लापरवाही, अस्पताल प्रशासन बेखबर

कोरोना पीड़ित मरीज के शव के साथ बड़ी लापरवाही, अस्पताल प्रशासन बेखबर

DESK : देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. एक ओर जहां देश में ठीक हो चुके मरीजों की संख्या एक्टिव केसेज की संख्या से ज्यादा हो गई है वहीं कुछ राज्य देश में कोरोना के हॉट स्पॉट हो चुके हैं. देश में कोरोना के एक्टिव केसेस में से 60 - 70 फीसदी मामले इन्ही राज्यों से आ रहे है. इन राज्यों में कोरोना के कारण स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगडती जा रही है. राज्यों के प्राइवेट हॉस्पिटल हो या कोरोना डेडिकेटेड हॉस्पिटल सभी की स्थिति अब पहले जैसी नहीं रही. 


अब इन अस्पतालों में होने वाली लापरवाही अब खुल कर सामने आ रही है. महाराष्ट्र के जलगांव सिविल अस्पताल में कोरोना काल में आज एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. इस अस्पताल में पिछले 8 दिनों से एक कोरोना पॉजिटिव महिला की लाश अस्पताल के बाथरूम में पड़ी रही पर किसी ने उसकी सुध तक नहीं ली. अस्पताल से  जब मरीज के परिजनों ने अपने परिवार के सदस्य के बारे में पूछा तो अस्पताल ने मरीज के लापता होने की बात कह कर अपना पलड़ा झाड़ लिया. बाद में जब इस मरीज की खोज बिन शुरू हुई तो उसी अस्पताल के एक बाथरूम से उसका शव बरामद किया गया.   


इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी अविनाश डांगे ने जांच के आदेश दे दिए है. साथ ही दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की बात कही है. मिली जानकारी के अनुसार मरीज 80 साल की बुजुर्ग थी जिसे पहले भुसावल रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में हालत बिगड़ने पर 1 जून को उन्हें जलगांव के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. भर्ती होने के दुसरे दिन यानि 2 जून को बुजुर्ग महिला अस्पताल से कहीं गायब हो गईं. जब महिला परिजनों को नहीं मिली तो थाने में महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई.


आज सुबह परिजनों को कहीं से पता चला की अस्पताल के बाथरूम में किसी बुजुर्ग महिला का शव मिला है, जब उन्होंने इस बारे में पता किया तो पता चला की ये वही महिला है जिसे वो खोज रहे थे. जिलाधिकारी अविनाश डांगे ने कहा कि यह अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही है. अस्पताल के बाथरूम को हर दिन साफ किया जाता है. ऐसे में किसी की नजर पिछले 8 दिनों से बुजुर्ग पर नहीं पड़ी. जिलाधिकारी ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की बात कही है.