कोरोना पर लगातार भ्रम फैला रही बिहार सरकार, स्वास्थ्य मंत्री और प्रधान सचिव में से कोई झूठ बोल रहा है

कोरोना पर लगातार भ्रम फैला रही बिहार सरकार, स्वास्थ्य मंत्री और प्रधान सचिव में से कोई झूठ बोल रहा है

PATNA : बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. देर शाम आई जांच रिपोर्ट में तीन और मरीजों के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद सूबे में यह आंकड़ा 64 पहुंच गया है. देश भर में भी कोविड-19 का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. जिसके कारण पॉजिटिव मरीजों की संख्या 8356 हो गई है. जिसमें 273 लोगों की मौत हो गई है. लेकिन इतनी गंभीर परिस्थिति में भी बिहार के अंदर लगातार आंकड़े पेश कर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और उनके विभाग के स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार की ओर से मीडिया या लोगों को जो जानकारी दी जा रहे है. उसमें एक बार फिर से जमीन आसमान का फर्क देखने को मिला है.


बिहार में बीते देर शाम 3 नए मामले सामने आने के बाद मरीजों की संख्या में इजाफा होते हुए यह आंकड़ा 64 पहुंच चुका है. जिसमें से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि 22 कोरोना मरीज ठीक हो चुके हैं. लेकिन उनके विभाग के ही प्रधान सचिव ने अपने मंत्री जी की बातों को दुनिया के सामने झूठा साबित कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग प्रधान  सचिव संजय कुमार का कहना है कि बिहार में 22 नहीं बल्कि 19 मरीज ही कोरोना को मात दे पाए हैं. मंगल पांडेय के मुताबिक 41 केस ही एक्टिव हैं, जबकि प्रधान सचिव संजय कुमार का कहना है कि बिहार में अभी 44 केस एक्टिव हैं.


दरअसल, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शनिवार की देर शाम ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी दी कि पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 4 और कोरोना पॉजिटिव मरीज आज स्वस्थ हो चुके हैं. एनएमसीएच  इन सभी मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी. उन्होंने बताया कि राज्य में अभी तक कुल 22 पॉजिटिव मरीज स्वस्थ हो चुके हैं.

इस ट्वीट के अगले ही दिन स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने भी ट्वीट कर यह जानकारी दी कि बिहार में 22 नहीं बल्कि 19 मरीज ही ठीक हुए हैं.  संजय कुमार ने बाकायदा पूरा डाटा भी लोगों के साथ साझा किया. इस डाटा में भी कुल 19 मरीजों को ही स्वस्थ बताया गया है. प्रधान सचिव के मुताबिक मुंगेर के 6, पटना के 5, सीवान के 4, लखीसराय, बेगूसराय, नवादा और नालंदा के एक-एक मरीज ठीक हुए हैं.


कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बीच एक ही मंत्रालय और विभाग के दो सबसे बड़े जिम्मेदार व्यक्तियों की ओर से जनता को दी गई जानकारी में बड़ा उलटफेर दिखाई दे रहा है. केंद्र सरकार की ओर से भी लगातार कोरोना को लेकर भ्रम फैलाने वालों से सचेत रहने की सलाह दी जा रही है. सोशल मीडिया पर भी कोरोना संकट में लगातार गलत सूचनाएं साझा की जा रही हैं. खुद पीएम मोदी ने भी खुराफातियों से तंग आकर ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी कि कोई उनको विवाद में घसीट रहा है. ऐसे में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने जो जानकारी दी, उसमें से कोई एक तो है. जिसने भ्रम फैलाने का काम कमा किया है.