PATNA : एडवांटेज केयर वर्चुअल डायलॉग सीरीज के सातवें एपिसोड में देश के बड़े पत्रकार जुटेंगे और महामारी के दौरान मीडिया की भूमिका और जिम्मेदारी पर चर्चा करेंगे. यह कार्यक्रम 20 जून यानी कि रविवार को दोपहर में 12 से एक बजे की बीच होगा. जिसका विषय है, ‘महामारी के दौरान मीडिया की भूमिका और जिम्मेदारी‘.
एडवांटेज केयर के संस्थापक खुर्शीद अहमद ने बताया कि परिचर्चा में द हिन्दू बिजनेस लाइन के वरिष्ठ सहायक संपादक शिशिर सिन्हा, राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित फिल्म निर्माता और लेखक विनोद कापरी, सीएनएन-आईबीएन की पत्रकार मारिया शकील, हिन्दुस्तान(नई दिल्ली) के वरिष्ठ राजनीतिक पत्रकार पंकज पांडेय और सामाजिक उद्यमी डॉ. रंजना कुमारी शामिल होंगी। कार्यक्रम का संचालन जानी मानी टीवी एंकर नगमा शहर करेंगी। यह परिचर्चा जूम, यूट्यूब https://youtu.be/NiXosuu8m08 और विभिन्न न्यूज पोर्टल पर देखा जा सकता है। कोई भी व्यक्ति देश-दुनिया के किसी भी कोने से निःशुल्क परिचर्चा में भाग ले सकता है और प्रश्न भी पूछ सकता है।
550 मिलियन ट्वीट में कोरोना वायरस व कोविड आदि के नाम
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के फैकल्टी मेंबर किंसुक पाठक के एक विश्लेषण के मुताबिक पूरे विश्व मेंकोविड-19 से संबंधित काफी फर्जी खबरें, अफवाह या आधी-अधूरी जानकारी प्रसारित की गई। पान अमेरिकन हेल्थ आर्गेनाइजेशन (पीएएचओ) के मुताबिक पूरी दुनिया में कोविड-19 के नाम से 36 करोड़ एक लाख वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया गया। इसी तरह कोविड-19 के नाम से 19,200 आलेख गूगल पर सूचीबद्ध किया गया। वहीं 550 मिलियन ट्वीट कोरोना वायरस, कोविड और महामारी के नाम से किए गए। मीडिया के माध्यम से पूरे विश्व में कई तरह की अफवाहें महामारी से जुड़ी फैलाई गई। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरोना से जुड़ी कई मनगढ़ंत बातें फैलाई गई, जैसे-व्यायाम के समय भी मास्क लगाना चाहिए, जूता के माध्यम से भी कोरोना वायरस फैल सकता है, कोविड-19 बैक्टिरिया की वजह से होता है, शराब का सेवन कर कोविड-19 से बचा जा सकता है आदि।
वैकल्पिक मीडिया सशक्त माध्यम, पर रेगुलेशन जरूरी: शिशिर सिन्हा
परिचर्चा के विषय पर पैनलिस्ट व पत्रकार शिशिर सिन्हा का कहना है कि महामारी के दौर में सूचना तंत्र की भूमिका इसलिए महत्वपूर्ण हो जाती है ताकि लोगों में भय व डर कम किया जा सके। मीडिया यह भूमिका निभा रही है। हालांकि कुछ सवाल भी उठते हैं। जैसे-न्यूज चैनल नकारात्मक खबरें दिखा रहा है तो अखबार कई बार धरातल की खबरें नहीं दे पाता। ऐसे में सोशल मीडिया, न्यूज पोर्टल, यूट्यूब चैनल आदि बचता है। लेकिन वहां डर होता है कि कहीं तथ्य परखे बिना तो खबर प्रसारित नहीं की जा रही है। इसलिए सूचना के क्षेत्र में बदलाव लाना होगा। ऐसे वैकल्पिक मीडिया के लिए भी एक नियामक संस्था हो ताकि किसी की सोच और सहूलियत के हिसाब की जगह जन सरोकार की खबर मिले।
हई फाउंडेशन और एडवांटेज केयर ने शुरू किया अस्पताल: खुर्शीद अहमद
प्रख्यात सर्जन डॉ. ए. ए. हई के नेतृत्व में संचालित हई फाउंडेशन और एडवांटेज केयर मिलकर अररिया में अस्पताल शुरू किया है। एडवांटेज केयर के खुर्शीद अहमद ने बताया कि अभी यह छह बेड का अस्पताल है। लेकिन डेढ़ माह में यह 30 बेड का कर दिया जाएगा। काम प्रगति पर है। अभी कोविड मरीजों का मुफ्त में इलाज होगा। बाद में सामान्य मरीजों को भी देखा जाएगा और भर्ती किया जाएगा। खुर्शीद अहमद ने बताया कि इस तरह के बिहार के चार और गांवों में गरीब मरीजों के लिए निःशुल्क अस्पताल खोले जाएंगे। जहां अस्पताल अगले चरण में खुलेगा, उसमें मधुबनी, गया, पटना और सिवान शामिल है। अररिया के बाद मधुबनी का अस्पताल फंक्शनल किया जाएगा। छह माह में योजना पूरी हो जाने की उम्मीद है।
विभिन्न न्यूज पोर्टल पर भी होगा प्रसारित
इस चर्चा का प्रसारण जूम और यूट्यूब के अलावा कुछ प्रमुख न्यूज पोर्टल पर होगा, जिसमें लाइव सिटीज, फस्र्ट बिहार-झारखंड, सिटी पोस्ट लाइव और नौकरशाही डॉट काम शामिल है। दर्शक इन पोर्टल पर जाकर भी चर्चा में भाग ले रहे विशेषज्ञों की बातों को सुन और देख सकते हैं।
रविवार को शाम 4 बजे से आठवां एपिसोड होगा आयोजित
इस कार्यक्रम का आठवां एपिसोड रविवार को शाम 4 बजे आयोजित होगा। जिसका विषय होगा ‘‘फाइंडिंग होप: कोविड-19 के दौरान बच्चों का अनुभव’’। इस कार्यक्रम में देश की जानी मानी हस्तियां शामिल होंगी। जिनमें श्रिमति एकता चंदा, सिनियर स्पेशिलिस्ट, एडुकेशन चाइल्डफंड (इंडिया) डाॅ. अपराजिता गोगोई, एक्सिक्यूटीव डायरेक्टर, सेन्टर फाॅर कैटेलाइजिंग चेंज(सी3) (इंडिया), डाॅ. मनीष कुमार, पारस एचएमआरआई हाॅस्पिटल (पटना), सुकती आनन्था, स्टुडेंट एण्ड एडोलेस्केंट लीडर, दी वाई.पी. फाउंडेशन (इंडिया) एवं डाॅ. सिद्धार्था रेड्डी, हेल्थ आॅफिसर, युनिसेफ (इंडिया) हैं। इस कार्यक्रम का संचालन अवार्ड विनिंग टी.वी. एंकर अफशा अंजुम करेंगी।
पिछले रविवार को आयोजित कार्यक्रम काफी सफल हुआ था
अहमद ने बताया कि पिछले रविवार को भी इस तरह की चर्चा हुई थी, जो काफी सफल रहा। लोगों ने काफी सराहा। कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया था। जिसमें देश के नामचीन लोग हिस्सा लिए थे। 17 हजार लोग कार्यक्रम से सीधे जुड़े जबकि प्रिंट, इलेट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से 62 लाख लोेगों ने कार्यक्रम में हुई चर्चा के बारे में पढ़ा और जाना।