PATNA : कोरोना वायरस को लेकर इमारत-ए-शरिया ने एक अपील की है. शबे बरात के दिन घर से ही इबादत करने की अपील की गई है. मोहम्मद शिबली कासमी की ओर से एक पत्र जारी करते हुए यह अपील की गई है कि कोरोना वायरस के कारण देश भर में लॉक डाउन की घोषणा की गई है. बिहार में भी लॉक डाउन की सफलता देखने को मिल रही है.
लॉक डाउन का पालन करने को लेकर ही इमारत-ए-शरिया ने यह अपील की है कि इसबार 9 अप्रैल को शबे बरात के दिन घर से ही इबादत करें. इसके साथ ही फर्ज की नमाज भी घर से ही अदा करें. अल्लाह से इबादत करें कि वो देश और दुनिया को कोरोना जैसे इस आफत से बचाएं. इस समुदाय से जुड़े लोग घर में ही नमाज और पवित्र कुरान पढ़कर समय बिताएं.
इसके साथ ही शिया समुदाय से जुड़े बिहार राज्य शिया वक़्फ़ बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लिया है. सभी जिला औकाफ कमिटी के सचिव को लिखे गए पत्र में यह कहा गया है कि शबे बरात के दिन सभी कब्रिस्तान को बंद रखना है. यानी कि लॉक डाउन के कारण इस साल घर पर ही लोगों को फातेहा पढ़कर इबादत करना होगा.
बिहार राज्य शिया वक़्फ़ बोर्ड की ओर से जारी पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए लॉक डाउन के कारण मस्जिदों में पंचगामा और जुमा की नमाज सामूहिक रूप से नहीं अदा की जा रही है. कोरोना वायरस से बचे रहने के लिए यह आवश्यक है कि लोग समूह में अपने घरों से बाहर नहीं निकले. इसलिए शबे बरात के दिन अपने घर में ही इबादत और दुआ करने की अपील की जा रही है.लॉक डाउन से संबंधित जारी निर्देशों को लेकर यह बड़ा फैसला लिया गया है. कब्रिस्तान आम नागरिकों के लिए शबे बरात के दिन बंद रहेंगे. मुस्लिम धार्मावलम्बियों को घर में ही रहकर नमाज पढ़ने की गिजरिश की गई है. लोगों के हित के लिए घर में रहकर अल्लाह की इबादत करें.