कांग्रेस का केंद्र पर बड़ा आरोप, कहा- दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने पार्टी ऑफिस में घुसकर मारपीट की, FIR दर्ज

कांग्रेस का केंद्र पर बड़ा आरोप, कहा- दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने पार्टी ऑफिस में घुसकर मारपीट की, FIR दर्ज

DESK: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर कारवाई मामले का विरोध कर रहे कांग्रेस नेताओं के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार का मामला अब जोर पकड़ लिया है. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के अध्यक्षता में प्रतिनिधिमंडल ने आज स्पीकर ओम बिड़ला के पास दिल्ली पुलिस के खिलाफ नाराजगी जताई है. कांग्रेस नेता ने मुलाकात के बाद बताया कि दिल्ली पुलिस की बर्बरता और उसके दुर्व्यवहार के बारे में हमने स्पीकर को सूचित किया है और हमने दिल्ली पुलिस के उन सिनिअर अधकारियों के बारे में भी बताया की उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में घुसकर हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पूर्व प्रायोजित तरीके से हमला किया है . 


कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि पुलिस ने स्टेशन में भी हमारे नेताओं के साथ आतंकवादियों के जैसा व्यवहार किया.  आगे अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी को बीते 3 दिनों से 10-12 घंटे तक लंबी पूछताछ के लिए बैठाया गया था, हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है. हमारा सिर्फ ये कहना है कि प्रतिशोध की राजनीति नही होनी चाहिए .


 कांग्रेस नेतओं का कहना है की दिल्ली पुलिस और उनके अधकारियों ने हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हिंसक हमला किया है .जिसके कारण एक सांसदों पर हमले को लेकर कांग्रेस संसद आज संसदीय कार्यालय में बैठक करेंगे.


AICC ऑफिस में जबरदस्ती घुस करके नेताओं से मारपीट करने को लेकर कंग्रेस के नेता सुरजेवाला सारी घटनाएँ केंद्र सरकार के इशारे पर हो रही हैं . सुरजेवाला ने कहा की 75 वर्षों की अवधी में आजतक ऐसी घटना नही घटी की किसी पार्टी कार्यालय में जबरन घुसकर मारपीट हुई हो.  


कल यानि बुधवार को इडीके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 240 कार्यकर्ता और पांच सांसदों को हिरासत में लिया गया था. पुलिस ने भी अपनी सफाई में बताया की प्रदर्शन की अनुमति सिर्फ जन्तार मंतर पर ही दी जा सकती है ,कांग्रेस नेताओं ने प्रतिबंधित स्थानों पर भी जुलुस और प्रदर्शन कियें हैं.   


इस मामले में शुक्रवार को फिर राहुल गांधी से पूछताछ की जाएगी. बता दें कि इडी ने राहुल गांधी को गुरुवार को फिर पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन कांग्रस नेता ने एक दिन का समय मांगा है. गौरतलब हो कि बीते तीन दिनों में बहुत सारे सवाल राहुल गांधी से पूछे गए हैं. बाकी के जबाब तलब 17 तारीख को की जाएगी.