PATNA : कांग्रस नेता राहुल गांधी के रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा पर लोजपा (रामविलास ) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि वह चुनाव कहां से लड़ेंगे यह तो उनकी अपनी सोच है। लेकिन जिस तरह मात्र आठ घंटे पहले उनके नाम का एलान किया गया है। इससे यही लगता है कि कहीं न कहीं कोई तो विरोधाभास जरूर पार्टी के अंदर उनके नाम को लेकर रहा होगा।
चिराग ने कहा कि जिस तरीके से राहुल गांधी अमेठी चुनाव हारने के बाद राहुल कभी दोबारा पांच सालों तक अमेठी जाना जरूरी नहीं समझा। ऐसे में रायबरेली की जनता कौन सी बात अपने दिमाग में रखेगी। यदि वह यहां से चुनाव हारते हैं तो फिर वापस यहां भी नहीं आएंगे। इसलिए अब जनता उनकी बातों पर भरोसा नहीं करेगी।
दरअसल, उत्तर प्रदेश की दो हाई प्रोफाइल सीट रायबरेली और अमेठी पर अब सस्पेंस खत्म हो गया है। खबर यह है कि प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। वह केवल चुनाव प्रचार करेंगी और राहुल गांधी भी भाजपा नेत्री और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का सामना करने की बजाय रायबरेली लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में होंगे। जहां इससे पहले उनकी मां सोनिया गांधी चुनाव लड़ा करती थी। ऐसे में अब राहुल गांधी की सीट बदलने को लेकर भाजपा के तरफ से जोरदार हमला बोला जा रहा है।
बताते चलें कि अमेठी और रायबरेली लोकसभा क्षेत्र गांधी परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है। पिछले लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को मात देकर अमेठी पर अपना कब्जा जमाया था। स्मृति ईरानी फिर से अमेठी के चुनाव मैदान में हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस ने राहुल गांधी के बजाय किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतारा है। राहुल गांधी अब अपनी मां सोनिया गांधी और दादी इंदिरा गांधी की सीट से चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाएंगे। राहुल गांधी को अमेठी के बजाय रायबरेली से उतारना कांग्रेस की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है।