PATNA : सीएम नीतीश कुमार ने आज बिहार के सभी प्रमंडलीय आयुक्तों, आईजी और डीआईजी के साथ कोरोना पर हाईलेवल मीटिंग की है। सीएम नीतीश कुमार ने इस दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिकारी समग्र प्रयास से संकट की इस घड़ी में रोजगारों का सृजन करें।
सीएम नीतीश कुमार ने तमाम अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का सृजन किया जाना चाहिये। उन्होनें बताया कि हर घर नल का जल, घर तक पक्की गली-नालियां, जल-जीवन-हरियाली के अन्तर्गत तालाबों का जीर्णोद्धार और उड़ाही, बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य और मनरेगा से संबंधित कार्यों को कुछ प्रतिबंधों के साथ शुरू करने की योजना पर विचार किया गया है।
सीएम ने कहा कि रोजगार के इच्छुक व्यक्ति को डीएम द्वारा नामित अधिकारी द्वारा पास निर्गत किया जायेगा। कार्य करने के इच्छुक व्यक्तियों को अपने ग्राम पंचायत में ही काम दिया जायेगा। उन्होनें अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों, कोरोना के लक्षण वाले व्यक्ति और ऐसा परिवार जिसका कोई सदस्य पिछले 15 दिनों के भीतर राज्य के बाहर से आया हो, उन्हें पास निर्गत किये जाने पर प्रतिबंध रहे। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा जायेगा। बैठक में यह निर्णय लिया गया सभी प्रावधानों को शामिल कर औपचारिक आदेश अलग से निर्गत किया जाए। साथ ही सीएम ने कहा कि फसल कटनी का कार्य सुचारू रूप से चलता रहे, यह सुनिश्चित किया जाय। कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाए। उन्होंने कहा कि बैंक में भी जो लोग पैसे की निकासी के लिए जा रहे हैं वहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित कराया जाए।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान सीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सभी लोग मिल-जुलकर काम कर रहे हैं। सभी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। प्रमण्डलीय आयुक्त अपने प्रमण्डल के जिलों के साथ समन्वय सुनिश्चित करें। सभी अपनी-अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे तो हमें जरुर सफलता मिलेगी। लॉकडाउन के दौरान सभी प्रकार की व्यवस्था ठीक रहे। हम सबका दायित्व है कि पीड़ितों की पीड़ा को दूर करें। लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। लोगों को सजग रखना है, जागरुक रखना है। सोशल डिस्टेंशिंग के बारे में माइक के माध्यम से प्रचारित कर इस संबंध में लोगों को जागरुक और प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि सीमा पर गाड़ियों की सघन जांच करायी जाए। जो लोग भी राज्य में बाहर से आते हैं उनकी सघन स्क्रीनिंग करायी जाए ताकि कोई संदिग्ध न छूटे। उन्होंने कहा कि जिन्हें भी संक्रमण की थोड़ी आशंका हो वो जांच केंद्र पर जाकर जांच कराएं इससे उनके परिवार और आस पास के लोग सुरक्षित रहेंगे।
सभी प्रमंडलों के आयुक्तों, रेंज के आईजी और डीआईजी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से लॉकडाउन का पूर्ण पालन, अंतर्राज्यीय बॉर्डर पर सख्ती से चेकिंग, इंडो-नेपाल बॉर्डरों को सील करना, बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना, क्वारेंटाइन में रह रहे लोगों की निगरानी से संबंधित विस्तृत जानकारी दी।