चिराग की बीजेपी से बन गयी बात! मामला सुलझने का दे दिया बड़ा संकेत

चिराग की बीजेपी से बन गयी बात! मामला सुलझने का दे दिया बड़ा संकेत

PATNA: एक दिन पहले की बात है जब वैशाली लोकसभा क्षेत्र में जनसभा कर चिराग पासवान ने बीजेपी को अपने कड़े तेवर दिखाये थे. लेकिन सोमवार की रात उनके तेवर नर्म हो गये हैं. चिराग पासवान ने अब ये संकेत दिया है कि बीजेपी से उनका मामला सुलझ गया है. 


सीएए के बहाने दिखायी बीजेपी से नजदीकी

बता दें कि सोमवार की शाम केंद्र सरकार ने सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट यानी CAA का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इसके साथ ही यह कानून देशभर में लागू हो गया है. CAA को हिंदी में नागरिकता संशोधन कानून कहा जाता है। इससे पाकिस्तान, बांग्लादेश अफगानिस्तान से आए गैर- मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो गया है. वैसे तो केंद्र की बीजेपी सरकार ने 2019 में ही इसे संसद से पास कराया था लेकिन आज इस कानून को लागू कर दिया गया.


देश में सीएए लागू होने के बाद चिराग पासवान ने सोशल मीडिया पर आकर बीजेपी से मतभेद दूर होने का संकेत दिया. सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर चिराग पासवान ने सीएए लागू होने का पुरजोर स्वागत किया है. चिराग ने लिखा है “पिछले कई दशकों से देश की राजनीतिक पार्टियों द्वारा CAA के नाम पर गुमराह किया गया. हम सभी जानते है की CAA नागरिकता देने वाला कानून है. इस कानून के माध्यम से दशकों से पीड़ित शरणार्थियों को सम्मानजनक जीवन मिलेगा और नागरिकता अधिकार से उनके सांस्कृतिक, भाषिक, सामाजिक पहचान की रक्षा होगी. मैं और मेरी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) केंद्र सरकार के द्वारा देशहित में लिए गए इस ऐतिहासिक निर्णय का स्वागत एवं अभिनंदन. “


चिराग का ये बयान तब आया है जब भाजपा विरोधी पार्टियां सीएए लागू करने का खुल कर विरोध कर रही हैं. लेकिन चिराग बीजेपी के समर्थन में उतर आये हैं. बिहार में बीजेपी की सबसे बड़ी साझीदार पार्टी जेडीयू ने भी सीएए पर चुप्पी साध रखी है. लेकिन चिराग समर्थन में आ गये हैं. उनका मिजाज एक दिन में बदला है. जाहिर है इसके पीछे कोई न कोई वजह है.


एक दिन पहले ही वैशाली लोकसभा क्षेत्र के साहेबगंज में सभा को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने इशारों में बीजेपी को ललकारा था. चिराग ने कहा था कि उनका गठबंधन सिर्फ बिहार की जनता के साथ है. अगर कोई ये समझ रहा है कि उन्हें दबा देगा या तोड़ देगा तो ये उसकी गलतफहमी है. चिराग पासवान न टूटने वाला है और ना झुकने वाला है. चिराग ने इस जनसभा में एक दफे भी बीजेपी, एनडीए या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया था. अब चिराग पासवान खुलकर बीजेपी का समर्थन करने उतरे हैं. जाहिर है बात बनती हुई दिख रही है.