CHHAPRA : एक तरफ जहां सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है तो वहीं दूसरी तरफ समाज में इसके उलटा देखने को मिल रहा है.
ताजा मामला छपरा के नगरा थाना इलाके के अफौर पूरब टोला की है. जहां चौथी बेटी जन्म लेने पर शराबी पिता ने उसे घर से चुरा कर बेच दिया.
बताया जाता है कि पूरब टोले के रहने वाले मुन्ना रावत की शादी आशा देवी के साथ 2003 में हुई थी. शादी के कुछ समय बाद उसकी पत्नी ने एक बेटी को जन्म दिया, जिसके बाद से उसे घर में प्रताड़ित किया जाने लगा. उसके बाद मुन्ना राउत के घर एक एक कर तीन बेटियों ने जन्म लिया, जिसपर मुन्ना ने अपने परिवारवालों के साथ मिलकर अपनी पत्नी को तीन बेटियों के साथ घर से निकाल दिया.
उसके बाद आशा देवी अपनी तीनों बेटियों के साथ किराये का घर लेकर रहने लगी और जूठा साफ कर सबका भऱण पोषण करने लगी. कुछ समय बाद आशा ने थाने में पति और सास-ससुर पर प्रताड़ना का केस किया तो पति को प्रताड़ना के मामले में जेल भेजा गया. कुछ समय बाद पति और उसके घरवालों ने सुलह कर ली. जेल से निकलने के बाद पति अपनी पत्नी के यहां छपरा आने जाने लगा. दीपावली के 1 दिन पहले आशा ने एक और बेटी को जन्म दिया जिसके बाद पति गुस्सा हो गया और 5 दिन के नवजात को चुरा कर बेच दिया.
जिसके बाद आशा देवी महिला हेल्पलाइन पहुंची और अपनी पति के खिलाफ शिकायत करते हुए बच्ची को बरामद करने की गुहार लगाई. महिला ने बताया कि शराबी पति ने पैसे की लालच में नवजात बच्ची को बेच दिया है. इस घटना के बाद उसकी पत्नी महिला हेल्पलाइन में पहुंचकर बेटी को सही सलामत बरामद करने की गुहार लगाई है. हेल्पलाइन प्रबंधक ने इस बाबत सामाजिक सुरक्षा कोषांग के डायरेक्टर राकेश कुमार ,चाइल्ड प्रोटेक्शन ऑफिसर शिशिर कुमार से बातचीत की है और बच्ची को बरामद करने के लिए पुलिस से मदद ली जा रही है, अबतक बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला है.