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छपरा शराबकांड की जांच पर संसद में बोले ललन सिंह..कर्नाटक-गुजरात हादसों की भी जांच करे मानवाधिकार आयोग

छपरा शराबकांड की जांच पर संसद में बोले ललन सिंह..कर्नाटक-गुजरात हादसों की भी जांच करे मानवाधिकार आयोग

DESK: छपरा में जहरीली शराब पीने से 80 से अधिक लोगों की मौतें हो चुकी है। यह मामला बिहार विधानसभा सत्र के दौरान छाया रहा। विपक्षी पार्टी बीजेपी ने इसे लेकर नीतीश सरकार का घेराव किया और जमकर हमला बोला। अब इसकी गूंज लोकसभा में भी सुनाई दे रही है। छपरा शराबकांड की जांच अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग करेगी। आयोग की टीम आज पटना पहुंच चुकी है।


इसे लेकर मुंगेर के जेडीयू सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने लोकसभा में अपनी बातें रखी। उनका कहना था कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बिहार सरकार को यह सूचना दी है कि छपरा में जहरीली शराब से जो मौतें हुई है उसकी जांच अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग करेगा।


ललन सिंह का कहना है कि इन संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है। जबकि ऐसा नहीं किया जाना चाहिए। ललन सिंह ने कहा कि छपरा शराबकांड राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का मामला कहां से आ गया?  यदि छपरा शराबकांड की जांच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग कर रही है तो कर्नाटक की जांच क्यों नहीं करते। 29 अक्टूबर को गुजरात के मोरबा में पुल गिरने से 142 लोगों की मौतें हुई थी उसकी जांच भी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग क्यों नहीं कर रहा।