PATNA : लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में बक्सर संसदीय सीट पर मतदान होना है। वर्तमान में इस सीट से अश्विनी कुमार चौबे बीजेपी से सांसद हैं। लेकिन इस बार उनका टिकट कट गया है। इस दफे इस सीट से इस बार बीजेपी ने मिथिलेश तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया है। तिवारी मूलतः गोपालगंज के रहने वाले हैं और भाजपा संगठन से उभरे हुए नेता हैं। जबकि वर्तमान सांसद भाजपा के मातृ संगठन से जुड़े एक दिग्गज नेता हैं। ऐसे में अब वर्तमान सांसद अश्वनी कुमार चौबे ने मिथिलेश तिवारी का बिना नाम लिए जोरदार विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि नाराज तो वह होंगे जो बाहर से आए हैं, हम तो बक्सर के हैं और बक्सर के ही रहेंगे। हम तो विष पीकर जगदीश बन गए हैं।
दरअसल, पटना एयरपोर्ट पर आज अश्विनी कुमार चौबे से पत्रकारों ने सवाल किया कि भाजपा से आपका टिकट कट गया है और आपकी जगह पर मिथिलेश तिवारी को सिंबल दिया गया है? इस सवाल का जवाब देते हुए अश्विनी चौबे ने कहा कि बात टिकट काटने की नहीं है। पार्टी ने मुझे सब कुछ दिया है और मुझे पार्टी से कोई नाराजगी नहीं है। संघर्ष और सत्य ही हमारे जीवन की पूंजी रही है। बचपन में भी मैंने किसी के सामने हाथ नहीं फैलाया है तो अब क्या हाथ फैलाऊंगा।
इसके अलावा अश्वनी चौबे ने कहा कि पार्टी ने मुझे अब तक जो सम्मान दिया है वह काफी है। अब जरूरत है कि मैं पार्टी को सम्मान दूं। मैं कभी भी पार्टी से नाराज नहीं रहा हूं। बल्कि नाराज तो वह लोग होकर जाएंगे जो यहां के नहीं है। मैं तो बक्सर का हूं और बक्सर का ही बन कर रहूंगा। चौबे ने रामचरितमानस की चौपाई सुनाते हुए कहा कि भगवान राम के लिए लिखी गई पुस्तक में एक चौपाई है जिसमें कहा गया है कि मान सहित विष पीके, शम्भू भयो जगदीश। बिना मान अमृत पीए, राहु कटायो शीष। गोस्वामी तुलसीदास ने एक लाइन लिखी है कि तुलसी भरोसे राम निर्भय होकर सोए। अनहोनी होनी नहीं होनी हो सो होय। हम रामकाज के लिए हैं जो हो गया सो हो गया।
इसके अलावा जब यह सवाल किया गया है कि ऐसा सुनने को मिल रहा है कि बक्सर के कैंडिडेट का विरोध किया जा रहा है, तो इसके जवाब में चौबे ने कहा कि अब किसी का विरोध हो रहा है तो मैं क्या कर सकता हूं। मैं तो लगातार 15 दिनों के बाद आपके सामने आज अपनी चुप्पी खोल रहा हूं। मुझे पता नहीं किस कारण से लोग विरोध कर रहे हैं। मेरा कसूर तो बस यही है कि मैं लगातार सक्रिय राजनीति में रहा हूँ और मुझे आज तक कभी हार का मुंह नहीं देखना पड़ा। इसके बावजूद अगर ऐसा हुआ है तो मुझे नहीं मालूम ?
इसके अलावा उन्होंने खुद के आगे की राजनीति से जुड़े सवाल पर कहा है कि मुझे नहीं मालूम कि क्या होने वाला है बक्सर सीट पर। लेकिन इतना तो मैं कह सकता हूं कि मैं हमेशा सक्रिय राजनीति से जुड़ा रहा हूं और अगले पांच साल तक सक्रिय राजनीति से जुड़ा रहूँगा। पीएम मोदी का मुझपर भरोसा है। मेरा कसूर यही है कि मैं फकीर हूं और मैं कभी अपने परिजनो के लिए या कभी गरीबों के लिए कुछ मांग नहीं की है। उसके बावजूद मेरा टिकट काट दिया गया तो इस बारे में मैं कुछ नहीं कर सकता। मैं यही बोल सकता हूं कि भाजपा मेरी मां है और मैं हमेशा भाजपा के साथ रहूंगा। अगले 5 साल तक मैं सक्रिय राजनीति में बना रहूंगा।