DELHI : देश में बेरोजगारी के आंकड़ों से घबराई मोदी सरकार ने आम बजट में सबसे ज्यादा फोकस से युवाओं के ऊपर किया है. मोदी सरकार के एजेंडे में रोजगार अब शायद सबसे ऊपर है. इसलिए निर्मला सीतारमण जिस वक्त बजट पेश कर रही थी उन्होंने नौकरियों को लेकर बड़ा ऐलान किया. केंद्रीय वित्त मंत्री ने संसद में बजट भाषण पढ़ते हुए बताया कि देश के अंदर रोजगार के नए अवसर मुहैया कराए जायेंगे. इसके लिए 60 लाख नौकरियों को सृजित करने का फैसला किया गया है.
आम बजट में नौकरियों के सृजन के लिए दो तरह के आधार बनाए गए हैं. पहली पॉलिसी मेक इन इंडिया की है. मेक इन इंडिया के तहत नए नौकरियों को देने का वादा किया गया है. जबकि दूसरी पॉलिसी आत्मनिर्भर भारत की है. सरकार ने ऐलान किया है कि आत्मनिर्भर भारत के तहत देश में 60 लाख नए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे और युवाओं को नौकरी मिलेगी.
सरकार ने अपने बजट में यह संकल्प दिखाने की कोशिश की है कि उसके एजेंडे में सबसे आगे युवा किसान और महिलाएं हैं. हालांकि रोजगार को लेकर सरकार का जो विजन है उसमें कहा गया है कि अगले 5 साल में 30 लाख नौकरियां उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके बाद आगे रोजगार को लेकर नए अवसर और बनाए जाएंगे.
सरकार ने रोजगार को लेकर बजट में घोषणा तो कर दी है लेकिन इसका मॉडल क्या होगा इसको लेकर कोई स्पष्टता नहीं दिखाई गई है. ऐसे में जाहिर है कि रोजगार के मसले पर आगे आने वाले दिनों में सरकार के ऐलान और विपक्ष के सवाल नए सियासी खींचतान को शुरू करेंगे.