DELHI: अब से थोड़ी देर बाद यानी ट्विन टावर को ध्वस्त कर दिया जाएगा। इसे लेकर पूरी तैयारी की जा चुकी है। नोएडा के सेक्टर-93ए में बने 103 मीटर ऊंचे ट्विन टावर की उल्टी गिनती अब शुरू हो गई है। अब से कुछ देर बाद यानी दोपहर के ढाई बजे ट्विन टावर को ध्वस्त कर दिया जाएगा। महज 9-12 सेकेंड में कुतुब मीनार से भी ऊंची इमारत जमींदोज हो जाएगी।
देश में ऐसा पहली बार होने जा रहा है। इस बिल्डिंग में करीब 3700 किलो विस्फोटक का प्रयोग किया गया है। आसपास की सोसाइटी में रहने वाले लोगों ने अपने फ्लैट को खाली कर दिया है। ट्विन टावर को ध्वस्त होते देखने के लिए लोग भी पहुंचने लगे हैं। लोग वहां पहुंचकर फोटों और सेल्फी ले रहे हैं। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे एक घंटे तक बंद रखा गया है। वहीं ट्विन टावर के आस-पास ट्रैफिक भी रोक दी गयी है।
गौरतलब है कि नोएडा के एमराल्ड कोर्ट परियोजना में बने ट्विन टावरों को बनाने वाली कंपनी सुपरटेक लिमिटेड है। यह एक गैर-सरकारी कंपनी है। इस कंपनी को सात दिसंबर, 1995 में निगमित किया गया था. सुपरटेक की स्थापना आरके अरोड़ा ने की है. उनके पास कुल 34 कंपनियां हैं. साल 1999 में आरके अरोड़ा की पत्नी संगीता अरोड़ा ने दूसरी कंपनी सुपरटेक बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी शुरू की थी।.
बड़ी बात तो ये है कि सुपरटेक ने अब तक नोएडा, ग्रेटर नोएडा, मेरठ, दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर के 12 शहरों में रियल स्टेट प्रोजेक्ट लांच किए हैं. इसके बावजूद नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने इसी साल कंपनी को दिवालिया घोषित कर दिया है. कंपनी पर लगभग 400 करोड़ का कर्ज बकाया है. इसी कंपनी ने नोएडा में ट्विन टावर का निर्माण किया है जो अब से कुछ देर बाद जमींदोज हो जाएगी।