PATNA : बिहार में ब्लॉक फंगस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। गुरुवार को पटना दो अस्पतालों में 10 मरीज भर्ती हुए। एम्स में तीन नए मरीज भर्ती हुए। जबकि आईजीआईएमएस में 7 नए मरीज एडमिट हुए। एम्स में अबतक भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या 173 हो गई है। आईजीआईएमएस में चार मरीज लक्षण लेकर भर्ती हुए हैं। इनकी अभी रिपोर्ट नहीं आई है। आईजीआईएमएस में दो मरीजों की मौत हो गई। इस अस्पताल मदन ब्लैक फंगस के 134 मरीज भर्ती हैं। एनएमसीएच में 8 और पीएमसीएच में 22 मरीज भर्ती हैं।
ब्लैक फंगस की दवा की किल्लत पांचवें दिन भी जारी रही। एम्स और आईजीआईएमएस में भर्ती मरीजों के लिए एम्फोटेरेसिन बी इंजेक्शन नहीं मिल पाया। आपको बता दें कि इन्हीं दोनों अस्पतालों में ब्लैक फंगस के ज्यादा मरीज भर्ती हैं। पीएमसीएच को 98 और एनएमसीएच को 80 वायल इंजेक्शन मिला। पटना एम्स ने अपने स्तर से श्रीलंका से एम्फोटेरेसिन-बी का 1750 वायल इंजेक्शन मंगाया है। नोडल अफसर डॉ. संजीव कुमार मुताबिक यह इंजेक्शन भी भर्ती मरीजों को मुफ्त दिया जाएगा।
हालात इतने खराब हैं कि अस्पतालों को पोसाकोनाजोल टैबलेट की सप्लाई भी समय पर नहीं हो रही है। मरीजों को इंजेक्शन नहीं मिलने पर पोसाकोनाजोल टैबलेट दिया जाता है। एक टैबलेट की कीमत करीब पांच सौ रुपए है। संक्रमित मरीज को प्रतिदिन तीन टैबलेट की जरूरत होती है। आईजीआईएमएस में शनिवार के बाद एम्फोटेरेसिन-बी इंजेक्शन की सप्लाई अभी तक नहीं की गई।